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  • कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व 1,207 वेंटिलटर बेड में से 810 खाली
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सभी प्राइवेट अस्पतालों से लेकर केंद्र के अस्पतालों के साथ-साथ दिल्ली सरकार के केविड अस्पतालों में वेंटिलेटर बेड का इजाफा किया गया और आज दिल्ली में कोविड के लिए 12 सौ से ज्यादा बेड रिजर्व हैं और इसमें से 800 से ज्यादा बेड खाली है।

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2020-07-30 08:53:05

नई दिल्ली
दिल्ली में कोविड मरीजों के लिए रिजर्व रखे गए कुल 1,207 वेंटिलेटर बेड में से 810 खाली हैं। राजधानी के अलग-अलग अस्पतालों में अभी लगभग 3,000 मरीज एडमिट हैं, इसमें से मात्र 397 को वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत है। एक्सपर्ट का कहना है कि जिस प्रकार संक्रमण की दर में कमी आई, रिवकरी रेट में इजाफा हुआ है और हॉस्पिटल में एडमिट मरीजों की संख्या में भारी कमी आई है, उसी वजह से वेंटिलेटर स्पोर्ट की भी जरूरत कम हुई है। यह कोविड मरीजों के लिए तो अच्छी बात है ही, साथ में दिल्ली वालों के लिए भी राहत की बात है कि अब स्थिति हर मामले में पहले से ज्यादा नियंत्रण में है।

दिल्ली में अभी लगभग तीन हजार मरीज एडमिट हैं, इसमें से 13 पर्सेंट को वेंटिलेटर स्पोर्ट की जरूरत है। एक समय ऐसा था कि दिल्ली में न केवल कोविड बेड बल्कि वेंटिलेटर सिस्टम की भी कमी होने लगी थी। दिल्ली सरकार ने इस समस्या का हल निकाला और सभी प्राइवेट अस्पतालों से लेकर केंद्र के अस्पतालों के साथ-साथ दिल्ली सरकार के केविड अस्पतालों में वेंटिलेटर बेड का इजाफा किया गया और आज दिल्ली में कोविड के लिए 12 सौ से ज्यादा बेड रिजर्व हैं और इसमें से 800 से ज्यादा बेड खाली है।

वेंटिलेटर का खाली होना राहत की बात
रिकॉर्ड और आंकड़ों की बात करें तो दिल्ली सरकार के कोविड ऐप के अपडेट के अनुसार बुधवार की शाम को दिल्ली के सबसे बड़े कोविड अस्पताल एलएनजेपी जहां पर 2000 कोविड बेड और 200 वेंटिलेटर हैं, वहां पर भी स्थिति सामान्य हो गई है। अभी यहां पर 200 वेंटिलेटर में से 141 खाली हैं। राजीव गांधी में 180 में से 170 खाली हैं। यही नहीं कई ऐसे अस्पातल हैं जहां पर सभी वेंटिलेटर बेड खाली है। प्राइवेट से लेकर सरकारी अस्पतालों के भी वेंटिलेटर बेड खाली होना, राहत की बात है।