देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई में पिछले 24 घंटे में सबसे कम केस दर्ज किए गए हैं। वहीं, तमिलनाडु और राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ते जा रहा हैं।
नई दिल्ली
देश में लॉकडाउन-4 के बाद भी कोरोना मरीजों की
संख्या में कोई कमी नहीं आई है। देश के कई राज्य कोरोना के हॉटस्पॉट बने हुए हैं।
महाराष्ट्र, गुजरात, दक्षिण का राज्य तमिलनाडु और राजधानी दिल्ली सबसे ज्यादा टेंशन
दे रहे हैं। इसके अलावा जिन राज्यों में प्रवासी मजदूर लौट रहे हैं, वहां भी कोरोना के मामले बढ़
रहे हैं। हालांकि आर्थिक राजधानी मुंबई से थोड़ी राहत की खबर जरूर आई है।
मुंबई से आई राहत की खबर
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले
सामने आए हैं। यहां कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़कर 34 हजार के करीब पहुंच गई है।
हालांकि, मुंबई से पिछले 24 घंटे में एक अच्छी खबर भी आई
है। शहर में पिछले 24 घंटे में 1044 नए केस मिले हैं। यह पिछले कुछ
दिनों में सबसे कम मामले हैं। महाराष्ट्र में अबतक कुल करीब 57 हजार मामले आए हैं और करीब 1900
लोगों
की मौत हुई है।
तमिलनाडु दे
रहा है टेंशन
इधर, तमिलनाडु में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। पिछले 24 घंटे में राज्य में 817 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं।
राज्य में पीड़ितों की संख्या बढ़कर 18 हजार के पार पहुंच चुकी है
और 136 लोगों की मौत हुई है। राज्य में कोविड-19 के केस लगातार बढ़ रहे हैं।
राजधानी दिल्ली
में भी कोरोना मरीजों की सख्या बढ़ी
मंगलवार को राजधानी दिल्ली में एक उम्मीद जगी थी जहां हफ्ते भर
बाद 500 से कम केस आए थे। वहीं बुधवार को जो आंकड़े आए, उसने दिल्ली सरकार को बड़ी
टेंशन दे दी। पिछले 24 घंटों में दिल्ली से 792 नए मामले आए हैं जो एक
रेकॉर्ड है। यहां अब कुल मामलों की संख्या 15,275 हो गई है जिनमें से 7,690 ऐक्टिव केस हैं। दिल्ली सरकार
की तरफ से जारी बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में अबतक कोविड-19 पीड़ित 303 मरीजों की मौत हो चुकी है।
देश में डेढ़
लाख के पार कोरोना मरीज
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार, देश में कोरोना मरीजों की
संख्या 1,51,767 तक पहुंच गई है। इसमें से 64,426 ठीक हो चुके हैं जबकि 4,337
की
मौत हुई है। देश में 31 मई तक लॉकडाउन-4 जारी है। पर कई राज्यों में
लॉकडाउन-4 में ढील दी गई है। बाजार, दुकानें खुल रही हैं इससे
कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। देश में कोरोना से रिकवरी रेट करीब 42 फीसदी के करीब है।