अब तक 168 देश कोवैक्स फैसिलिटी में शामिल हो चुके हैं. हालांकि चीन, अमेरिका और रूस जैसे देश इसमें नहीं हैं.
दुनिया भर में कोरोना वायरस की वैक्सीन के
ट्रायल जारी हैं. इस बीच वैक्सीन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी एक अच्छी
खबर दी है. WHO के
प्रमुख टेड्रोस एडनॉम गेब्रियेसस का कहना है कि एक सुरक्षित और कारगर वैक्सीन इस
साल के अंत तक तैयार हो सकती है. इसके साथ ही WHO प्रमुख ने दुनिया के सभी
नेताओं से वैक्सीन का समान वितरण सुनिश्चित कराने को भी कहा.
WHO के कार्यकारी बोर्ड की
बैठक में टेड्रोस ने कहा, 'हमें
वैक्सीन की जरूरत है और उम्मीद है कि इस साल के अंत तक हमारे पास वैक्सीन आ जाएगी.
हमें एक-दूसरे की जरूरत है, हमें
एकजुटता की जरूरत है और हमें वायरस से लड़ने के लिए पूरी ऊर्जा का इस्तेमाल करने
की जरूरत है.'
WHO की अगुवाई वाली कोवैक्स
ग्लोबल वैक्सीन फैसिलिटी में 9 प्रायोगिक वैक्सीन अभी पाइपलाइन में हैं.
टेड्रोस ने कहा, 'खासतौर
से जो भी वैक्सीन और दूसरे प्रोडक्ट पाइपलाइन में हैं, इन सबमें सबसे जरूरी जो
चीज है वो वैक्सीन के समान वितरण को लेकर हमारे नेताओं की राजनीतिक प्रतिबद्धता
है.'
WHO की कोवैक्स फैसिलिटी और
गवी (GAVI) वैक्सीन
गठबंधन, कोरोनो
वैक्सीन कैंडिडेट को एक्सेस देती है. कोवैक्स के साथ करार करने वाले देशों को नए
वैक्सीन कैंडिडेट के एक व्यापक पोर्टफोलियो तक पहुंच मिल सकेगी. अब तक 168 देश कोवैक्स फैसिलिटी में शामिल हो चुके हैं. हालांकि चीन, अमेरिका और रूस जैसे देश इसमें नहीं हैं.
GAVI वैक्सीन गठबंधन के बोर्ड
ने पहले ही 92 कम और
मध्यम आय वाले देशों के लिए वैक्सीन की डिलीवरी, तकनीकी सहायता और कोल्ड चेन उपकरण के लिए 15 करोड़ की मंजूरी दे चुकी
है. यूरोप ड्रग रेगुलेटर फाइजर इंक और बायोएनटेक ने हाल ही में अपनी प्रायोगिक
वैक्सीन की शुरूआती समीक्षा शुरू की है. इससे मेडिसीन एजेंसी को यह जानने में मदद
मिलेगी कि वैक्सीन अपने ट्रायल में कैसा प्रदर्शन कर रही है.
यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने कोरोना
वायरस वैक्सीन डेवलपर्स को बताया कि एक प्रायोगिक वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग के
आवेदन की समीक्षा के लिए कम से कम दो महीने के सुरक्षा डेटा की आवश्यकता होगी. हाल
ही में फाइजर ने कहा था कि वह अक्टूबर की शुरुआत तक अपनी वैक्सीन के लिए रेगुलेटरी
की मंजूरी ले लेगा. कंपनियों को अमेरिका में फास्ट ट्रैक समीक्षा की अनुमति दे दी
गई है.
इससे पहले, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने एक बयान में कहा
था कि दुनिया में हर 10वां
इंसान कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है. इसके अलावा WHO ने कोरोना की त्रासदी से
भविष्य में हालात ज्यादा बदतर होने की भी चेतावनी दी है.
WHO में आपात कार्यक्रमों के
प्रमुख डॉ. माइकल रियान ने कहा, 'ये आंकड़े गांव से शहरों तक अलग हो सकते हैं.
विभिन्न आयु वर्ग के हो सकते हैं. लेकिन इसका स्पष्ट मतलब यही है कि दुनिया की
अधिकांश आबादी इस जोखिम के दायरे में आ चुकी है.'