Coal Crisis: भारत में कोयले से बिजली बनाने वाले 135 पावर प्लांट्स हैं. इनमें से 107 पावर प्लांट्स के पास सिर्फ 5 दिन का कोयला बचा है. वहीं 28 पावर प्लांट्स के पास महज 2 दिन का कोयला है.
नई दिल्ली: देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi)
पर बिजली संकट (Electricity Crisis) का बड़ा खतरा मंडरा
रहा है. टाटा पावर (Tata Power) ने दिल्ली में ग्राहकों को संदेश भेजा. टीपीडीडीएल (TPDDL)
ने कहा कि पावर पलांट्स में कोयले का भारी संकट है. दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक बिजली की
सप्लाई में दिक्कत हो सकती है. जिम्मेदार नागरिक बनें और संयम रखें. इस बीच दिल्ली
के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने संभावित बिजली संकट
को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को लेटर लिखा.
सीएम केजरीवाल ने की दखल देने की मांग
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को लेटर
लिखकर राष्ट्रीय राजधानी को बिजली की आपूर्ति करने वाले पावर प्लांट्स को पर्याप्त
कोयला और गैस देने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से हस्तक्षेप करने का अनुरोध
किया.
दिल्ली में बिजली संकट के खतरे की आशंका
पीएम मोदी को लिखी गई चिट्ठी में अरविंद केजरीवाल ने लिखा है कि अगस्त और
सितंबर के बाद ये लगातार तीसरा महीना है जब बिजली उत्पादन पर असर पड़ रहा है. सीएम
केजरीवाल ने चिट्ठी में केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग (CERC)
की तरफ से बनाए गए नियम का हवाला देते हुए कहा है कि पावर प्लांट को 10 से 20 दिन का कोयले का स्टॉक
रखना होता है, लेकिन 5 पावर प्लांट के पास 1 दिन से भी कम का कोयला
बचा है. जिसका असर गैस स्टेशन पर पड़ रहा है. अगर ऐसे ही हालात बने रहे तो दिल्ली
में भीषण बिजली संकट देखने को मिल सकता है.
दिल्ली के ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक, कोयले की कमी से सिर्फ
दिल्ली ही नहीं उत्तर भारत में समस्या हो सकती है. फिलहाल दिल्ली में कोई बिजली
संकट नहीं है. इस मामले पर ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन अधिकारियों के साथ बैठक कर
रहे हैं. बैठक में अहम फैसले लिए जा सकते हैं.