• Home
  • News
  • दिख रही है Coronavirus से राहत की उम्मीद, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पंजाब में धीमी हुई रफ्तार, जानें बाकी राज्यों का हाल
post

ठंड में प्रचंड हो सकता है कोरोना, डरा रही डॉक्टर की 'चेतावनी'

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2020-10-20 09:03:31

नई दिल्ली
पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत में भी बढ़ते कोरोना वायरस मामलों के बीच एक अच्छी खबर आई है। पिछले 30 दिन में कोविड-19 के मामले पीक पर पहुंचने के बाद से इन्फेक्शन के ग्रोथ रेट में आधे से ज्यादा की गिरावट आई है। आंकड़ों से पता चलता है कि सितंबर से पहले यह जहां 92% था, वहीं उसके बाद यह 42% तक गिर गया। 50% की इस गिरावट के साथ ही महामारी पर जीत हासिल करने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।


सबसे बुरी तरह प्रभावित इलाकों में बेहतरी
यह गिरावट सबसे बुरी तरह प्रभावित इलाकों में गिरते आंकड़ों और कई राज्यों में बड़े स्तर पर देखी गई बेहतरी की वजह से हुई है। सबसे ज्यादा असर छत्तीसगढ़ में देखा गया है जहां 291 पर्सेंट पॉइंट गिरावट दर्ज की गई। यहां पिछले महीने 97% ग्रोथ रेट था लेकिन यह उससे पहले 18 अगस्त से 18 सितंबर के बीच 388% रेट से नीचे पहुंचा था।


दूसरे राज्यों का क्या हाल
दूसरी ओर, पंजाब में 132 पर्सेंट पॉइंट, ओडिशा में -109 पर्सेंट पॉइंट, उत्तर प्रदेश में -78 पर्सेंट पॉइंट और हरियाणा में -76 पर्सेंट पॉइंट गिरावट देखी गई। चार सबसे बुरी तरह राज्यों में से एक आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा- 70 पर्सेंट पॉइंट गिरावट देखी गई। इसके बाद कर्नाटक (-56pp) और महाराष्ट्र (-53pp) राष्ट्रीय औसत से ज्यादा रहे।

वहीं, तमिलनाडु में -22pp की गिरावट दर्ज की गई। सिर्फ केरल में ग्रोथ रेट में तेजी देखी गई जबकि दिल्ली में भी -16pp की गिरावट देखी गई। राजस्थान में -18pp और बिहार में -27pp की गिरावट दर्ज की गई। इन आंकड़ों के लिए 18 सितंबर की तारीख को कटऑफ रखा गया क्योंकि इससे एक दिन पहले ही देश में सबसे ज्यादा केस दर्ज किए गए थे।


महाराष्ट्र में वीकेंड इफेक्ट?
वहीं, सोमवार को देश में कोरोना के 44,913 नए मामले देखे गए जो 21 जुलाई के बाद से एक दिन में होने वाली सबसे कम बढ़ोतरी है। वहीं, महाराष्ट्र में सोमवार को 5,984 केस देखे गए जो पिछले 104 दिन में सबसे कम है। हालांकि, कहा जा रहा है कि सोमवार को कम आंकड़े वीकेंड पर स्टाफ की कमी के चलते कम टेस्टिंग होने की वजह से दर्ज किए जाते हैं। मुंबई में 1,234 मामले दर्ज किए गए जो 48 दिन में यहां सबसे कम रहा।