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  • जनवरी में ठंड ने सताया तो फरवरी में गर्मी तोड़ रही रेकॉर्ड, दिल्‍ली के मौसम में इस टर्न की वजह जानिए
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Delhi Extreme Weather Events: इस साल फरवरी के 24 दिनों का औसत अधिकतम तापमान 27.1 डिग्री रहा है। बीते एक दशक में औसत अधिकतम तापमान फरवरी माह में 26.3 डिग्री से अधिक नहीं गया।

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2021-02-25 10:40:22

दिल्‍ली में बुधवार का दिन पिछले 15 सालों में फरवरी का सबसे गर्म दिन साबित हुआ। सफदरजंग बेस स्‍टेशन स्‍टेशन पर 32.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ जो कि सामान्‍य से सात डिग्री ज्‍यादा है। नजफगढ़ और पीतमपुरा में तो पारा 33.3 डिग्री तक पहुंच गया जबकि स्‍पोर्ट्स कॉम्‍प्‍लेक्‍स में अध‍िकतम तापमान 33.9 डिग्री रहा। दिल्‍ली में पिछले छह महीनों में मौसम ने ऐसा टर्न दिखाया है कि चेन्‍नई की पिच भी शरमा जाए। पिछले साल सितंबर सबसे गर्म साबित हुआ तो अगले तीन महीनों में तापमान न्‍यूनतम औसम से भी नीचे रहा। जनवरी के आखिरी 13 दिनों में खूब शीतलहर पड़ी और रेकॉर्ड टूट गए तो फरवरी सामान्‍य से ज्‍यादा गर्म साबित हो रही है।

मौसम विभाग के अनुसार, पिछला सितंबर करीब दो दशकों में सबसे गर्म साबित हुआ। औसत अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री रहा। अक्‍टूबर में ठीक इसका उलटा देखने को मिला जब 58 सालों का रेकॉर्ड टूटा। उस महीने औसत न्‍यूनतम तापमान केवल 17.2 डिग्री दर्ज हुआ। नवंबर में उससे भी पुराना रेकॉर्ड धराशायी हो गया। औसत न्‍यूनतम तापमान 10.2 डिग्री रहा जो कि 1949 के बाद सबसे कम था। दिसंबर का महीना पिछले 15 साल में सबसे ठंडा साबित हुआ। जनवरी में भी ठंड जारी रही। पिछले महीने शीतलहर वाले 7 दिन दर्ज किए गए जो 2008 के बाद सबसे ज्‍यादा रहे। फरवरी में फिर मौसम गर्मी में चरम पर पहुंच रहा है।

मौसम के इस टर्न की वजह क्‍या है?

IMD के वैज्ञानिक और रीजनल वेदर फोरकास्टिंग सेंटर के हेड कुलदीप श्रीवास्‍तव के मुताबिक, अक्‍टूबर, नवंबर और दिसंबर में आमतौर पर तीन से चार पश्चिमी विक्षोभ देखने को मिलते हैं, जनवरी और फरवरी में 5 से 6 बार पश्चिमी विक्षोभ आता है। उनके मुताबिक, "पश्चिमी विक्षोभ की कमी प्रमुख वजह है। जनवरी में पश्चिमी विक्षोभ केवल एक बार आया और फरवरी में भी अबतक एक ही। अक्‍टूबर, नवंबर और दिसंबर में भी कम ही रहे।" उन्‍होंने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ की कमी से आसमान साफ रहता है जिससे न सिर्फ दिन के वक्‍त तापमान ज्‍यादा रहता है बल्कि रात के वक्‍त तापमान बेहद कम हो जाता है।

अबकी फरवरी तोड़ रही गर्मी के रेकॉर्ड

14 साल में फरवरी में इतना अधिक गर्म दिन नहीं देखा गया। इससे पहले 2006 में 26 फरवरी को गर्मी का ऑलटाइम रेकार्ड बना था। तब अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री दर्ज किया गया था। उस दिन को छोड़ दें, तो 1993 से अबतक का यह फरवरी का तीसरा सबसे गर्म दिन है। 17 फरवरी 1993 को तापमान 33.9 डिग्री तक पहुंच गया था। पिछले पांच दिनों से अधिकतम तापमान में लगातार इजाफा हो रहा है। इस साल फरवरी में यह तीसरा दिन है, जब तापमान 30 डिग्री से अधिक दर्ज हुआ है। जबकि 2006 में 11 दिन फरवरी का तापमान 30 डिग्री से अधिक रहा था।

...तो टूट जाएगा गर्मी का हर रेकॉर्ड

विशेषज्ञों का कहना है कि यह फरवरी भी दशकों के रेकॉर्ड को तोड़ सकती है। आने वाले तीन दिनों तक तापमान 33 डिग्री के करीब बने रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों तक अधिकतम तापमान 33 डिग्री के आसपास बना रहेगा। न्यूनतम तापमान भी 14 डिग्री के आसपास पहुंच जाएगा। 28 फरवरी को बादल छा सकते हैं। मार्च की शुरुआत भी 30 डिग्री के साथ हो सकती है।

सेंटर फॉर साइंस ऐंड एन्‍वायर्नमेंट (CSE) के एक एनालिसिस के अनुसार, इस बार सर्दियों में उत्‍तर भारत का इलाका सबसे ज्‍यादा प्रदूष‍ित रहा। दिल्‍ली-एनसीआर के शहरों में सबसे ज्‍यादा प्रदूषण देखने को मिला। वहीं, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मीटरोलॉजी (IITM) की एक स्‍टडी बताती है कि प्रदूषण इतना बढ़ने के पीछे मौसम की कई स्थितियां भी जिम्‍मेदार रहीं। इनमें हवा की कम रफ्तार के अलावा मॉनसून का देरी से जाना भी शामिल है।

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