1983 में टीम इंडिया को पहली बार विश्व विजेता बनाने वाले कपिल देव ने भी बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति से इस्तीफा दे दिया
पूर्व
भारतीय कप्तान शांता रंगास्वामी के बाद 1983 में टीम इंडिया को पहली बार विश्व विजेता बनाने वाले
कपिल देव ने भी बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति से इस्तीफा दे दिया। कपिल देव इस समिति के अध्यक्ष थे। रिपोर्ट के अनुसार कपिल ने सीओए चीफ विनोद राय, बीसीसीआई
सीईओ राहुल जौहरी को ई-मेल करके अपना इस्तीफा सौंपा।
आचरण अधिकारी डीके
जैन द्वारा हितों के टकराव का नोटिस भेजे जाने के बाद कपिल देव ने यह कदम उठाया।
मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ के सदस्य संजीव गुप्ता ने इन तीनों के खिलाफ शिकायत दायर
की थी। जिन्होंने अगस्त में मुख्य कोच के पद पर रवि शास्त्री
को चुना था। बीसीसीआई के संविधान के अनुसार कोई भी व्यक्ति एक समय में एक से
ज्यादा पद पर काबिज नहीं रह सकता।
शिकायत में साफ तौर पर कहा गया कि कपिल देव एक फ्लडलाइट कंपनी
के मालिक हैं। भारतीय क्रिकेट एसोसिएशन (ICA) के सदस्य हैं और क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) के अध्यक्ष भी हैं। अंशुमन गायकवाड़ भी ICA के सदस्य होने के साथ-साथ अपनी क्रिकेट अकादमी भी
चलाते हैं। शांता रंगास्वामी भी इसी हितों के टकराव कारण के अंतर्गत आती हैं।
इसके बाद बीसीसीआई के आचरण अधिकारी डीके जैन ने 28 सितंबर को नोटिस भेजकर मौजूदा भारतीय कोच चुनने वाले
पूर्व क्रिकेटरों से उनके खिलाफ लगे हितों के टकराव के आरोपों का जवाब 10 अक्टूबर तक देने को कहा था।आपको बता दें कि हाल ही में कपिल देव, अंशुमन
गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी की इस तीन सदस्यीय समिति ने भारतीय क्रिकेट टीम के
कोच का चयन किया था। इन तीनों की सहमति से ही दूसरी बार रवि शास्त्री को भारतीय
टीम के कोच पद की जिम्मेदारी दी गई। इसके पहले डब्ल्यूवी रमन को भी इन तीनों ने
भारतीय महिला टीम का कोच नियुक्त किया था।
कपिल देव, शांता रंगास्वामी और अंशुमन गायकवाड़ की नियुक्ति
सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की जगह की गई थी।
भारतीय क्रिकेट की इस त्रिमूर्ती ने भी दोहरे लाभ के पद पर रहने के कारण इस्तीफा
दिया था। तीनों खिलाड़ी आईपीएल में अगल-अलग फ्रैंचाइजियों के साथ जुड़े हुए थे।
हाल ही में राहुल द्रविड़ के खिलाफ भी संजीव गुप्ता ने हितों के
टकराव मामले में शिकायत दर्ज की थी। बीसीसीआई के एथिक्स ऑफिसर डीके जैन ने द्रविड़
को पूछताछ के लिए बुलाया था। गुप्ता ने कहा था कि द्रविड़ ने हितों का टकराव किया
है क्योंकि वह नेशनल क्रिकेट एकेडमी में प्रमुख हैं। इसके अलावा वह इंडिया
सीमेंट्स के उपाध्यक्ष हैं, जो चेन्नई सुपरकिंग्स की मालिक है।