जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा सोमवार को श्रीनगर लौटने वाले हैं, लेकिन वे अपना दौरा छोटा कर सकते हैं. इस बीच रिपोर्ट है कि सुरक्षा बल आतंकियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू कर सकते हैं. सरकार की चिंता आतंकी संगठन TRF (The Resistance Front) को लेकर है जो कि लश्कर-ए-तैयबा से निकला एक संगठन है.
जम्मू-कश्मीर में
सुरक्षा हालात पर गृह मंत्रालय में हाई लेवल मीटिंग हो रही है. प्रदेश में एक
सप्ताह में 7 निर्दोष
नागरिकों को 'लक्ष्य
बनाकर हत्या' किए
जाने के बाद दिल्ली से लेकर श्रीनगर तक सनसनी मची हुई है. जम्मू-कश्मीर के एलजी
मनोज सिन्हा ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की तो गृह मंत्रालय ने देश की
सुरक्षा एजेंसियों के टॉप एक्सपर्ट को कश्मीर भेज दिया है.
इस बीच जम्मू-कश्मीर में इन हत्याओं पर सियासत भी जारी है. पीडीपी नेता और पूर्व
सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि प्रदेश की स्थिति बद से बदतर हो गई है लेकिन
उन्हें पता है कि केंद्र समस्या का समाधान ढूंढने के बजाय अपनी ताकत का प्रयोग
जारी रखेगा, ताकि
चुनावों में इसका लाभ उठाया जा सके. ये मामला यूपी चुनाव का है.
बता दें कि केंद्र
ने कश्मीर में स्थिति बिगड़ने के बाद देश की प्रमुख एजेंसियों के टॉप काउंटर
टेररिज्म एक्सपर्ट को श्रीनगर भेज दिया है ताकि वे जम्मू-कश्मीर पुलिस से
तारतम्यता बिठा सकें और इन हत्याओं के लिए जिम्मेदार लोगों को ठिकाने लगा सकें.
दिल्ली में एलजी
मनोज सिन्हा गृह मंत्री शात समेत केंद्र के अधिकारियों से बैठक रहे हैं. इसका
मसौदा टारगेटेड हिंसा के ट्रेंड पर मंथन करना है.
बता दें कि अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर की स्थिति को लेकर अपने मंत्रालय
के टॉप अधिकारियों समेत एनएसए अजित डोभाल और बीएसएफ और सीआरपीएफ चीफ के साथ मीटिंग
की थी.
आतंकी संगठन TRF
निशाने
पर
हालांकि एलजी
सिन्हा सोमवार को श्रीनगर लौटने वाले हैं, लेकिन वे अपना दौरा
छोटा कर सकते हैं. इस बीच रिपोर्ट है कि सुरक्षा बल आतंकियों के खिलाफ एक बड़ा
अभियान शुरू कर सकते हैं. सरकार की चिंता आतंकी संगठन TRF
(The Resistance Front) को लेकर है जो कि लश्कर-ए-तैयबा से निकला एक संगठन है. इस संगठन ने
कुछ नए आतंकियों को नियुक्त किया है जो पिस्टल के जरिए एक सामने जाकर नृशंस
हत्याओं को अंजाम दे रहे हैं.
खून के हर बूंद का
बदला लिया जाएगा-एलजी
बता दें कि हाल ही
में आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों और सिख की हत्या की है. इसके अलावा दहशतगर्दों ने
बिहार के एक मजदूर को भी मार दिया. इसके बाद अल्पसंख्यकों में दहशत का माहौल है.
बता दें कि
शुक्रवार को ही एलजी मनोज सिन्हा ने कहा था कि एक सप्ताह में प्रदेश की सुरक्षा
स्थिति में बड़ा बदलाव होने वाला है और जिन आतंकियों ने निर्दोष नागरिकों का खून
बहाया है उससे एक एक बूंद का बदला लिया जाएगा. देश की चार एजेंसियों के काउंटर
टेररिज्म एक्सपर्ट घाटी पहुंच गए हैं. इनमें आईबी के काउंटर टेररिज्म के प्रमुख
तपन डेका शामिल हैं.
बड़े अभियान की
तैयारी
सूत्रों ने आजतक को
कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ ताजा अभियान शुरू होने की संभावना है. यूं तो
आतंकियों के खिलाफ नियमित अभियान COVID लहर के दौरान भी
जारी रहा, लेकिन
अब निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वालों के खिलाफ एक बड़ा हमला शुरू होने की
उम्मीद है.
महबूबा का हमला
इस बीच प्रदेश की पूर्व
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर हमला किया है. उन्होंने ट्वीट कर
कहा कि जम्मू-कश्मीर में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. मेरा डर इस बात को
लेकर और बढ़ गया है कि निश्चित रूप से सुधार के बजाय, केंद्र सरकार
चुनावों में राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए अपनी ताकत की नीति जारी रखेगी.
मामला आगामी यूपी चुनाव का है.