• Home
  • News
  • चेन्नई कनेक्ट' के साथ भारत-चीन सहयोग का नया युग शुरू होगा : PM मोदी
post

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ पिछले दो दिनों में कई सत्रों में हुई आमने-सामने की करीब साढ़े पांच घंटे की बातचीत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि 'चेन्नई कनेक्ट' के जरिए भारत और चीन के संबंधों में सहयोग

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2019-10-12 16:09:25

मामल्लापुरम. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ पिछले दो दिनों में कई सत्रों में हुई आमने-सामने की करीब साढ़े पांच घंटे की बातचीत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि 'चेन्नई कनेक्ट' के जरिए भारत और चीन के संबंधों में सहयोग का आज से एक नया युग शुरू होने जा रहा है.

अनौपचारिक शिखर वार्ता के दूसरे एवं अंतिम दिन मामल्लापुरम के एक लक्जरी रिजॉर्ट में शी के साथ शिष्टमंडल स्तर पर हुई बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 2000 साल से भारत और चीन आर्थिक शक्तियों के तौर पर तेजी से आगे उभरे हैं. दोनों ही देश आपसी मतभेदों को किसी भी तरह का झगड़ा नहीं बनने देंगे. वहीं चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि मैं भारत की मेहमाननवाजी से अभिभूत हूं. पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को शॉल भेंट की. इस शॉल पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पोट्रेट बनी है. इस शॉल को कोयम्बटूर जिले में श्रीरामलिंग सोवदंबीगई हैंडलूम वीवर्स को ऑपरेटिव सोसयाटी के बुनकरों ने तैयार किया है.

पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच आपसी रिश्ते और मजबूत हुए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हमने तय किया था कि हम मतभेदों को आपसी बातचीत से दूर करेंगे और किसी भी तरह का विवाद नहीं बनने देंगे. उन्होंने कहा कि हम एक-दूसरे के मामले में संवेदनशील रहेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे संबंध विश्व में शांति और स्थिरता का कारक होंगे. उन्होंने का कि 'चेन्नई कनेक्ट' के जरिए आज से सहयोग का नया युग शुरू होगा.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमने मतभेदों को विवेकपूर्ण ढंग से सुलझाने और उन्हें विवाद का रूप नहीं लेने देने का निर्णय किया है. हमने तय किया है कि हम एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशील रहेंगे. शिष्टमंडल स्तर की वार्ताओं से पहले, शी और मोदी के बीच फिशरमैन कोव रिजॉर्ट में आमने-सामने की करीब एक घंटे बातचीत हुई, जिसमें द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए संबंधों को नए सिरे से निखारने की मंशा का स्पष्ट संकेत दिया गया. दोनों नेताओं को समुद्र तट के पास चहलकदमी करने के दौरान भी बातचीत करते देखा गया. इससे पहले मोदी और शी एक गोल्फ गाड़ी में सवार होकर साथ में रिजॉर्ट पहुंचे.

भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस ले लेने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के फैसले के बाद दोनों देश के बीच तनाव बढ़ने के बीच शी शुक्रवार को यहां पहुंचे थे. शुक्रवार को मोदी और शी ने रात्रिभोज के दौरान करीब ढाई घंटे बातचीत की थी. उन्होंने आतंकवाद तथा कट्टरवाद से मिलकर निपटने और द्विपक्षीय संबंधों को नए आयाम देने की प्रतिबद्धता जताई थी.

समुद्र के किनारे भव्य मामल्लापुरम मंदिर परिसर में स्थित एक रंगबिरंगे खेमे में शुक्रवार शाम हुई बैठक तय समय से काफी लंबी चली. इस दौरान दोनों नेताओं ने तमिलनाडु के स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेते हुए जटिल मामलों समेत कई विषयों पर बातचीत की. विदेश सचिव विजय गोखले ने बैठक के बाद कहा था, दोनों नेताओं ने बिना किसी सहयोगी के एक साथ अच्छा वक्त गुजारा. उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने व्यापार घाटे और व्यापार में असंतुलन पर भी बातचीत की.

इससे पहले शुक्रवार की दोपहर तमिलनाडु की पारंंपरिक वेशभूषा 'वेष्टि' (धोती), सफेद कमीज और अंगवस्त्रम पहने मोदी ने अच्छे मेजबान की भूमिका निभाते हुए शी को इस प्राचीन शहर की विश्व प्रसिद्ध धरोहरों 'अर्जुन तपस्या स्मारक', 'नवनीत पिंड' (कृष्णाज बटरबॉल), 'पंच रथ' और 'मामल्लापुरम मंदिर' के दर्शन कराए. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल पर अनौपचारिक शिखर वार्ता की यह सहज प्रकृति आगे भी जारी रहेगी और यह उच्चतम स्तर पर संपर्कों को गहरा करेगी और भारत-चीन संबध के भविष्य के मार्ग को निर्देशित करेगी.