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  • जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाकर 5%, रेपो रेट लगातार 5 बार घटाने के बाद इस बार 5.15% पर स्थिर
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आरबीआई ने इस बार उम्मीदों के विपरीत रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2019-12-05 13:56:16

मुंबई. आरबीआई ने इस बार उम्मीदों के विपरीत रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं कियायानी लोन अभी और सस्ते नहीं होंगेमौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के सभी 6 सदस्यों ने ब्याज दरें स्थिर रखने के पक्ष में वोट दियाकेंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान घटाकर 5% कर दिया हैपिछला अनुमान 6.1% का थाआरबीआई ने मौद्रिक नीति समीक्षा के लिए तीन दिन चली बैठक के बाद गुरुवार को फैसलों की जानकारी दी 

इसका मतलब ये है कि रेपो रेट में आगे कटौती संभव हैआरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (एमपीसी) की अगली बैठक 4-6 फरवरी को होगीआखिरी दिन फैसलों का ऐलान किया जाएगा

आरबीआई ने दूसरी छमाही (अक्टूबर-मार्च) में रिटेल महंगाई दर का अनुमान बढ़ाकर 4.7-5.1% किया हैपिछली बार 3.5% से 3.7% का अनुमान था

पिछली 5 बैठकों में आरबीआई ने रेपो रेट में हर बार कमी करते हुए कुल 1.35% कटौती की थीअर्थशास्त्री इस बार भी 0.25% कटौती की उम्मीद कर रहे थेमाना जा रहा था कि आर्थिक विकास दर को रफ्तार देने के लिए आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) रेपो रेट में और कटौती का फैसला ले सकती हैजुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ सिर्फ 4.5% रह गईयह पिछले 6 साल में सबसे कम है

आरबीआई ने अब तक रेपो रेट जितना घटाया बैंकों ने ग्राहकों को उतना फायदा नहीं दियाइसलिए केंद्रीय बैंक ने अक्टूबर से ब्याज दरों को रेपो रेट जैसे बाहरी बेंचमार्क से जोड़ना अनिवार्य किया थाएसबीआई समेत प्रमुख बैंकों ने ब्याज दरों को रेपो रेट से लिंक करने का विकल्प चुना था