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  • मिला अलर्ट, दिल्ली में बढ़ी चौकसी, ड्रोन से निगरानी
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5 अगस्त को रामजन्म भूमि पूजन और आर्टिकल 370 हटाए जाने के मौके पर सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है। खुफिया एजेंसियों के पास सूचना है कि इस मौके पर आतंकवादी पुलिस की वर्दी में हमला कर सकते हैं और निशाने पर हिंदूवादी नेता हो सकते हैं।

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2020-07-30 10:45:45

नई दिल्ली
खुफिया एजेंसियों ने 5 अगस्त और 15 अगस्त को लेकर बड़े हमले का अलर्ट जारी किया है। खासकर हिंदूवादी नेताओं की जान को खतरा बताया है। 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने का एक साल पूरा हो रहा है। इसी तारीख को रामजन्म भूमि पूजन है। ह्यूमन इंटेलिजेंस और इलेक्ट्रॉनिक इंटरसेप्ट्स के आधार पर यह अंदेशा जताया जा रहा है कि आतंकवादियों की टोली स्लीपर मॉड्यूल की मदद से खतरनाक मंसूबों को अंजाम देने की फिराक में है। इनपुट दिल्ली, यूपी, पंजाब, कश्मीर और मुंबई के लिए जारी किया है।

कहा गया है कि 5 अगस्त के आसपास इस बार आतंकी संगठन कुछ बड़ा करने की फिराक में हैं। आरएसएस, हिंदूवादी संगठन और बीजेपी नेताओं को निशाना बनाया सकता है। माना जा रहा है कि आतंकी पुलिस या आर्मी यूनिफॉर्म में हमला कर सकते हैं। नेताओं की सुरक्षा में लगे जवानों को सर्तकता बरतते हुए अपनी मूवमेंट के बारे में पुलिस को पहले से जानकारी देने के लिए कहा है।

सभी एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस को साझा किए गए इंटेल नोट की जानकारी में कहा गया है कि पाकिस्तान के आईएसआई समर्थित आतंकवादी संगठन 5 अगस्त को हमले को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं। आईएसआई ने लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद के टॉप कमांडर को हमला करने का आदेश दिया है। ऐसे में दिल्ली पुलिस और सटे हुए राज्यों की पुलिस के साथ कॉर्डिनेशन कम्यूनिकेशन जारी है। कॉर्डिनेशन मीटिंग भी होने जा रही है। संवेदनशील इलाकों में आने जाने वालों पर पैनी निगाह है। डोर-टु-डोर चेकिंग भी की जा रही है।

पुलिस अफसर ने कहा कि संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। दिन हो या रात, लोकल इंटेलिजेंस की पैनी नजर है। सुरक्षा एजेंसियों की चिंता यूएन की रिपोर्ट ने और बढ़ा दी है, जिसमें कहा गया है कि केरल और कर्नाटक में आईएसआईएस ने गहरी जड़ें जमा ली हैं। हमले की साजिश रची जा रही है। संगठन में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यामांर के करीब 200 आतंकवादी हैं, जो एक बड़े खतरे का संकेत हैं। इस बीच, अदालत व अन्य ट्रिब्लयूनल में तैनात दिल्ली पुलिस के जवानों को 31 जुलाई तक अपने संबंधित थाने, यूनिट, पीएचक्यू डीसीपी को रिपोर्ट करने का निर्देश जारी किया गया है। आला अफसर ने बताया कि इन दिनों कोरोना की वजह से थानों, यूनिटों में स्टाफ की कमी चल रही है। 5 अगस्त और 15 अगस्त को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।