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  • Tokyo Olympics: तीरंदाज प्रवीण जाधव के अचूक निशाने से आएगा मेडल?
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बचपन में प्रवीण की रुचि एथलेटिक्स में थी, लेकिन शारीरिक कमजोरी के चलते कोच ने उन्हें दूसरा गेम अपनाने की सलाह दी. इसके बाद प्रवीण ने तीरंदाजी पर अपना ध्यान केंद्रित किया और वे जी तोड़ मेहनत करने लगे.

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2021-07-20 11:25:54

प्रवीण जाधव 
उम्र- 25
खेल- तीरंदाजी
विश्व रैंकिंग- 45 (रिकर्व पुरुष) 

तीरंदाज प्रवीण जाधव टोक्यो में अपना पहला ओलंपिक खेलने जा रहे हैं. वह पुरुष रिकर्व (व्यक्तिगत) और पुरुष रिकर्व टीम इवेंट्स में भाग लेंगे. प्रवीण जाधव का जन्म सतारा जिले के फलटन तालुका के एक छोटे से गांव सरडे में हुआ था. उनके माता-पिता दिहाड़ी मजदूर थे, जिसके चलते प्रवीण को भी उनके कामों में हाथ बंटाना पड़ता था. 

बचपन में प्रवीण की रुचि एथलेटिक्स में थी, लेकिन शारीरिक कमजोरी के चलते कोच ने उन्हें दूसरा गेम अपनाने की सलाह दी. इसके बाद प्रवीण ने तीरंदाजी पर अपना ध्यान केंद्रित किया और वे जी तोड़ मेहनत करने लगे. 2016 में प्रवीण ने बैंकॉक में आयोजित एशिया कप स्टेज-1 में पहली बार भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए पुरुष रिकर्व टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था. उसी साल मेडेलिन में तीरंदाजी विश्व कप स्टेज में भी वह भारतीय बी टीम का हिस्सा रहे थे. 2017 में प्रवीण जाधव को आर्मी में नौकरी मिल गई.  

टोक्यो के लिए क्वालिफाई

2019 में प्रवीण जाधव ने अतनु दास और तरुणदीप के साथ मिलकर विश्व तीरंदाजी चैम्पियनशिप की पुरुष रिकर्व टीम स्पर्धा का रजत पदक जीता. इस दौरान उन्होंने छठी रैंक कनाडा को शिकस्त देकर नॉकआउट दौर में जगह बनाई, जिसके बाद रिकर्व टीम ने ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया था. आत्मविश्वास से लबरेज भारतीय पुरुष रिकर्व टीम ने क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे और सेमीफाइनल में मेजबान नीदरलैंड्स को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था. फाइनल में भारतीय टीम को चीन के हाथों हार झेलनी पड़ी थी. 

ऐसा रहा हालिया प्रदर्शन 

जाधव ने इस साल पेरिस में आयोजित विश्व कप में भाग लिया, जहां उन्होंने चौथे राउंड में इंग्लैंड के पैट्रिक के हाथों 2-6 से हार झेलनी पड़ी. इस टूर्नामेंट में प्रवीण ओवरऑल नौवें स्थान पर रहे थे. प्रवीण ने अप्रैल में ग्वाटेमाला सिटी में आयोजित हुए विश्व कप में भी भाग लिया था, जहां उन्हें तीसरे दौर में हारकर टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था