रेटिंग एजेंसी S&P Global ने भारत, मलेशिया और फिलीपींस समेत अधिकतर एशियाई देशों की आर्थिक हालत 2021 में पहले के मुकाबले अब कमजोर रहने का अनुमान जताया है. वहीं चीन की आर्थिक वृद्धि को लेकर अपने अनुमान में सुधार किया है.
वैश्विक
रेटिंग एजेंसी S&P
Global ने अपनी
रिपोर्ट में भारत,
फिलीपींस
और मलेशिया समेत एशिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं की आर्थिक वृद्धिदर का अनुमान
घटाया है. वहीं चीन,
दक्षिण
अफ्रीका और मैक्सिको में हालात पहले के मुकाबले सुधरने की उम्मीद है.
9.5% रहेगी
भारत की आर्थिक वृद्धि दर
S&P का कहना है
कि कोरोना की दूसरी लहर के चलते भारत में आर्थिक गतविधियों को नुकसान पहुंचा है.
इसलिए उसने देश की आर्थिक वृद्धिदर के अनुमान को 11% से घटाकर 9.5% कर दिया है. इसी तरह फिलीपींस के
लिए ये 7.9%
से घटाकर 6% और मलेशिया के लिए 6.2% से घटाकर 4.1% किया गया है.
ब्रिक्स देशों में सिर्फ भारत की
हालत खराब
उभरती
अर्थव्यवस्थाओं के समूह ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) में शामिल सदस्य देशों में
सिर्फ भारत का आर्थिक वृद्धि अनुमान घटाया गया है. जबकि शेष 4 अर्थव्यवस्थाओें के आर्थिक वृद्धि
अनुमान को S&P
ने बढ़ाया
है. S&P
ने चीन के
लिए आर्थिक वृद्धि अनुमान 8%
से बढ़ाकर 8.3%, ब्राजील के लिए 3.4% से बढ़ाकर 4.7%, रूस के लिए 3.3% से बढ़ाकर 3.7% और दक्षणि अफ्रीका के लिए 3.6% से बढ़ाकर 4.2% कर दिया है.
S&P ने अपनी रिपोर्ट में मैक्सिको की आर्थिक वृद्धि दर 4.9% से बढ़कर 5.8% रहने का अनुमान लगाया है. वहीं पोलैंड में इसकी दर 3.4% से बढ़कर 4.5% रहने का अनुमान है.
धीमा वैक्सीनेशन समस्या
S&P का कहना है
कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार
होना है. एशिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं में हर रोज औसतन 100 लोगों मात्र 0.2 वैक्सीन खुराक दी जा रही है. अगर
वैक्सीनेशन की यही रफ्तार रही तो इन देशों की 70% आबादी को पूरी तरह से वैक्सीन
देने में 23
महीने का
समय लग सकता है.