मुसीबत की घड़ी में हमेशा बढ़ी है सोने की चमक!
सोने
की कीमतों में आज मामूली बढ़त (Gold Price Surge) देखने को मिली है। पिछले हफ्ते
शुक्रवार को सोना 50,212 रुपये
प्रति 10 ग्राम
के स्तर पर बंद हुआ था, जो
आज 50,234 रुपये
प्रति 10 ग्राम
(Gold Price
Today) के स्तर पर खुला है। यानी सोने में 22 रुपये
की मामूली बढ़त देखने को मिली है। हालांकि, शुरुआती कारोबार में ही सोने ने 50,272 रुपये
का दिन का उच्चतम स्तर छू लिया और 50,211 रुपये के न्यूनतम स्तर तक भी चला
गया। सोने की कीमत में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
शुक्रवार को वायदा बाजार में बढ़ी थी सोने की कीमत
मजबूत हाजिर मांग के
कारण सटोरियों ने ताजा सौदों की लिवाली की जिससे वायदा कारोबार में शुक्रवार को
सोना 76 रुपये की तेजी के साथ
50,068 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज
में दिसंबर माह में डिलिवरी वाले सोना वायदा की कीमत 76 रुपये यानी 0.15 प्रतिशत की तेजी के साथ 50,068 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 6,331 लॉट के लिये कारोबार किया गया। बाजार
विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली के कारण सोना
कीमतों में तेजी आई। न्यूयार्क में सोना 0.22
प्रतिशत
की तेजी के साथ 1,865.66 डॉलर प्रति औंस हो
गया।
शुक्रवार को सर्राफा बाजार में भी सोने
में दिखी थी तेजी
दिल्ली सर्राफा बाजार
में सोना भाव शुक्रवार को 65 रुपये और चांदी भाव 298 रुपये की तेजी के साथ बंद हुए। एचडीएफसी
सिक्योरिटीज के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी का असर घरेलू बाजार पर दिखा है।
सोना भाव 65 रुपये बढ़कर 49,551 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। जबकि चांदी भाव 298 रुपये की तेजी के साथ 61,232 रुपये प्रति किलोग्राम रहा। पिछले सत्र
के कारोबार में इनका भाव क्रमश: 49,486 रुपये प्रति 10 ग्राम और 60,934 रुपये प्रति किलोग्राम था।
देखिए ऑल टाइम हाई से कितना गिरे
सोना-चांदी
7
अगस्त
2020, ये वो दिन था जब
सोने-चांदी ने एक नया रेकॉर्ड बनाया। सोने और चांदी दोनों ने ही अपना ऑल टाइम हाई
छुआ। 7 अगस्त को सोने ने 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम का ऑल टाइम हाई का स्तर छुआ था, जबकि चांदी ने 77,840 रुपये प्रति किलो का स्तर छुआ था। सोना
अब तक करीब 6000 रुपये प्रति 10 ग्राम गिरा है, जबकी चांदी करीब 15,500 रुपये प्रति किलो तक गिर चुकी है।
क्या सोना कोरोना काल से पहले की स्थिति
में लौट आएगा?
कोरोना वायरस की वजह
से शेयर बाजार में एक तगड़ी गिरावट देखने को मिली थी। समय बीतने के साथ-साथ शेयर
बाजार उस तगड़ी गिरावट से लगातार उबर रहा है। दुनिया भर के अधिकतर शेयर बाजार
कोरोना की वजह से आई गिरावट से मजबूती से लड़ते हुए रिकवर कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सोना (today gold price) अपना ऑल टाइम हाई छू
कर वापस आ चुका है। आए दिन सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अब
सवाल ये उठता है कि क्या सोना भी कोरोना काल से पहले वाली स्थिति में लौट आएगा, क्योंकि ये ट्रेंड देखा गया है कि शेयर
बाजार मजबूत होता है तो सोना कमजोर होता है और इसका उल्टा भी होता है। तो क्या
सोना अभी और सस्ता होगा, क्योंकि जनवरी में
सेंसेक्स 41 हजार के करीब था, तब सोने की कीमत भी 41 हजार के करीब थी।
67 हजार रुपये तक जा
सकता है सोना
मोतीलाल ओसवाल
फाइनेंसियल सर्विसेज के अनुसार सोने का भाव लंबी अवधि में 65-67 हजार रुपये प्रति दस ग्राम तक जा सकता
है। फर्म की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोने की मांग तीसरी तिमाही में 30 प्रतिशत गिरने के बाद चौथी तिमाही में
वापस बढ़ने की संभावना है, क्योंकि इस दौरान
आभूषणों की खरीदारी में तेजी आएगी। रिपोर्ट में अनुमान है कि अमेरिकी चुनाव के बाद
आने वाले कुछ महीने सोने की कीमत को तय करने के लिए महत्वपूर्ण होंगे और इस दौरान
केंद्रीय बैंकों का रुख, कम ब्याज दर, कोविड-19 महामारी
का प्रभाव और अन्य चिंताएं कीमतों को प्रभावित कर सकती हैं, हालांकि सर्राफा के लिए संभावनाएं अच्छी
हैं।
कोरोना काल में सोना बना वरदान
सोना गहरे संकट में
काम आने वाली संपत्ति है, मौजूदा कठिन वैश्विक
परिस्थितियों में यह धारणा एक बार फिर सही साबित हो रही है। कोविड-19 महामारी और भू-राजनीतिक संकट के बीच
सोना एक बार फिर रिकॉर्ड बना रहा है और अन्य संपत्तियों की तुलना में निवेशकों के
लिए निवेश का बेहतर विकल्प साबित हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि उतार-चढ़ाव के
बीच सोना अभी कम से कम एक-डेढ़ साल तक ऊंचे स्तर पर बना रहेगा। दिल्ली बुलियन एंड
ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल गोयल का मानना है कि कम एक साल तक सोना
उच्चस्तर पर रही रहेगा। वह कहते हैं कि संकट के इस समय सोना निवेशकों के लिए ‘वरदान’ है।
गोयल मानते हैं कि दिवाली के आसपास सोने में 10
से
15 प्रतिशत तक का उछाल आ सकता है।
मुसीबत की घड़ी में हमेशा बढ़ी है सोने
की चमक!
सोना हमेशा ही
मुसीबत की घड़ी में खूब चमका है। 1979 में कई युद्ध
हुए और उस साल सोना करीब 120 फीसदी उछला था।
अभी हाल ही में 2014 में सीरिया पर
अमेरिका का खतरा मंडरा रहा था तो भी सोने के दाम आसमान छूने लगे थे। हालांकि, बाद में यह अपने पुराने स्तर पर आ गया। जब ईरान से अमेरिका का
तनाव बढ़ा या फिर जब चीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति बनी, तब भी सोने की कीमत बढ़ी।