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  • IND vs ENG: ओवल टेस्ट के लिए टीम इंडिया को लेने होंगे बड़े फैसले, रहाणे-अश्विन का क्या होगा?
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भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के चौथे टेस्ट मैच के लिए तैयार है. वह लीड्स में पारी की हार के बाद वापसी की कवायद में जुटी है. पांच मैचों की सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबर चल रही है.

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2021-09-02 09:35:18

भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के चौथे टेस्ट मैच के लिए तैयार है. वह लीड्स में पारी की हार के बाद वापसी की कवायद में जुटी है. पांच मैचों की सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबर चल रही है. भारतीय टीम गुरुवार से ओवल में खेले जाने वाले टेस्ट मैच में उतरेगी तो सभी की नजरें खराब फॉर्म से जूझ रहे अजिंक्य रहाणे और सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को लेकर टीम प्रबंधन के फैसले पर टिकी होंगी. मैच भारतीय समयानुसार दोपहर बाद 3:30 बजे से खेला जाएगा.

इस वजह से काफी अहम है ओवल का मुकाबला

ओवल में होने वाला यह टेस्ट काफी अहम होगा, क्योंकि दोनों ही टीमें इसमें जीत दर्ज करके सीरीज में अजेय बढ़त हासिल करने की कोशिश करेंगी. लॉर्ड्स में प्रेरणादायी जीत के बाद भारतीय बल्लेबाजी क्रम ने हेडिंग्ले (लीड्स) में दोनों पारियों में निराश किया. कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि लॉर्ड्स की जीत ने अगले टेस्ट में जीत सुनिश्चित नहीं की और हेडिंग्ले में हार का मतलब यह नहीं है कि ओवल में भी यही कहानी दोहराई जाएगी.

भारतीय कप्तान जानते हैं कि उनके बल्लेबाजी क्रम में सब कुछ ठीक नहीं है और उनकी सबसे बड़ी चिंता मध्यक्रम है जिसमें वह, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे तीन दिग्गज खिलाड़ी शामिल हैं. पुजारा ने लीड्स में तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 91 रनों की प्रभावी पारी खेलकर फॉर्म में वापसी के संकेत दिए, लेकिन लॉर्ड्स में दूसरी पारी में 61 रन बनाने वाले रहाणे एक बार फिर नाकाम रहे.

रहाणे बाहर हुए तो हनुमा को मिल सकता है मौका 

पूरी संभावना है कि रहाणे को एक और मौका मिलेगा, लेकिन पिछले दो साल में उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी दिखी है और टीम को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है. लोग इससे हैरान हैं कि मेलबर्न में शतक और लॉर्ड्स में अर्धशतक के बावजूद रहाणे आगामी पारियों में आत्मविश्वास से भरे नहीं दिखे और ऐसा नहीं लगा कि वह फॉर्म में वापसी कर रहे हैं.

पांच पारियों में 19 की औसत 95 रन रहाणे की क्षमता को नहीं दर्शाते हैं और सूर्यकुमार यादव जैसे आक्रामक बल्लेबाज या हनुमा विहारी जैसे पारंपरिक खिलाड़ी मध्यक्रम में नयापन ला सकते हैं. रहाणे को अगर बाहर किया जाता है तो विहारी के टीम में जगह बनाने की संभावना अधिक है क्योंकि वह ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी कर सकते हैं.

कप्तान कोहली हालांकि दिखा चुके हैं कि सुनील गावस्कर सहित भारत के दिग्गज क्रिकेटरों के सुझाव के बावजूद वह अपनी पसंद की टीम के साथ खड़े हैं. गावस्कर का मानना है कि अतिरिक्त बल्लेबाज खिलाने से मदद मिल सकती है. सलामी बल्लेबाजों रोहित शर्मा और केएल राहुल (तीसरे टेस्ट में खराब प्रदर्शन किया) के अलावा अन्य बल्लेबाजों की विफलता के बावजूद कोहली ने पांच गेंदबाजों के साथ उतरने के अपने फैसले को बरकरार रखा है.

इंग्लैंड को परेशान कर चुके हैं अश्विन

रवींद्र जडेजा इस सीरीज में सातवें नंबर पर मुख्य रूप से बल्लेबाज के रूप में खेले हैं क्योंकि वह अश्विन से बेहतर बल्लेबाज हैं. अश्विन हालांकि इस समय संभवत: दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं, जबकि जडेजा तीन मैचों में सिर्फ दो विकेट हासिल कर पाए हैं. ओवल की पिच से पारंपरिक रूप से स्पिनरों को मदद मिलती है और समरसेट के खिलाफ काउंटी मैच में सरे की ओर से छह विकेट चटकाने वाले अश्विन को टीम में मौका मिल सकता है क्योंकि अतीत में वह इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशान कर चुके हैं.

चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का कोहली का मोह जगजाहिर है. वह उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे ईशांत शर्मा की जगह ऑलराउंडर की भूमिका निभाने वाले शार्दुल ठाकुर को मौका दे सकते हैं. हालांकि यह देखना होगा कि अश्विन को जडेजा की जगह मौका मिलता है कि नहीं. जडेजा की गेंदबाजी में धार की कमी दिखी है.

कप्तान ने इसके अलावा जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी पर काम के बोझ को लेकर भी संकेत दिए हैं. ये दोनों सीरीज में अब तक 100 से अधिक ओवर फेंक चुके हैं. उधर, पिछले तीन महीने से भारतीय टीम में स्टैंडबाई के रूप में शामिल कर्नाटक के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा को चौथे टेस्ट से पूर्व मुख्य टेस्ट टीम में जगह दी गई.

प्रसिद्ध कृष्णा को उतार सकते हैं कोहली 

इस फैसले से संकेत मिलते हैं कि प्रसिद्ध को ओवल या मैनचेस्टर में अंतिम एकादश में मौका मिल सकता है क्योंकि टीम प्रबंधन को बुमराह, मोहम्मद सिराज और शमी के काम के बोझ के प्रबंधन पर भी नजर रखनी है.

अगर मध्यक्रम का प्रदर्शन चिंता की बात है तो विरोधी कप्तान जो रूट की फॉर्म भी कोहली की नींद उड़ा रही है जो शतकों की हैट्रिक सहित तीन मैचों में 500 से अधिक रन बना चुके हैं. अगर अश्विन को मौका मिलता है तो उनके और रूट के बीच मुकाबला दर्शकों के लिए यादगार हो सकता है.

इंग्लैंड के लिए टेस्ट प्रारूप में वापसी कर रहे डेविड मलान हेडिंग्ले में अच्छी लय में दिखे. मार्क वुड और क्रिस वोक्स की मौजूदगी से अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का काम का बोझ कम होगा. जॉनी बेयरस्टो के विकेटकीपर की भूमिका निभाने की उम्मीद है क्योंकि जोस बटलर ने ब्रेक किया है, जिससे कि अपनी पत्नी के साथ रह सकें जो दूसरी बार मां बनने वाली हैं.

टीमें इस प्रकार हैं -

भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, मयंक अग्रवाल, अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), आर. अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, लोकेश राहुल, ऋद्धिमान साहा, अभिमन्यु ईश्वरन, पृथ्वी शॉ, सूर्यकुमार यादव, शार्दुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा.

इंग्लैंड: जो रूट (कप्तान), मोईन अली, जेम्स एंडरसन, जॉनी बेयरस्टो, सैम बिलिंग्स, रोरी बर्न्स, सैम करेन, हसीब हमीद, डैन लॉरेंस, डेविड मलान, क्रेग ओवरटन, ओली पोप, ओली रॉबिन्सन, क्रिस वोक्स और मार्क वुड