इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा है कि टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच 5वां टेस्ट खेला जा सकता था लेकिन शायद आईपीएल के डर से खिलाड़ियों ने खेलने से मना कर दिया.
मैनचेस्टर: टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच
खेले गई 5 मैचों की
टेस्ट सीरीज पूरी नहीं हो पाई क्योंकि 5वां मुकाबला कोरोना की वजह से
रद्द करना पड़ा. जिसके बाद ईसीबी और बीसीसीआई के बीच मतभेद दिखाई दिए हालांकि बाद
में दोनों ने एक ही बयान दिया. इसी बीच इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने
आखिरी मैच रद्द हो जाने बड़ा बयान दिया और विराट सेना को जिम्मेदार ठहराया है.
वॉन ने भारतीय खिलाड़ियों पर साधा निशाना
इंग्लैंड
के पूर्व कप्तान माइकल वॉन का मानना है कि भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां टेस्ट
मैच रद्द आईपीएल को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया. वॉन ने साथ ही कहा कि भारतीय
खिलाड़ियों को पीसीआर टेस्ट पर भरोसा करना चाहिए था.
वॉन ने द
टेलीग्राफ के लिए लिखे कॉलम में कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो यह सब पैसे
और आईपीएल को लेकर हुआ है. टेस्ट रद्द कर दिया गया है क्योंकि खिलाड़ियों को
कोरोना संक्रमण के खतरे और आईपीएल को मिस करने से डर लग रहा होगा. एक हफ्ते में हम
आईपीएल देखेंगे और खिलाड़ी मुस्कुराते और खुश होकर इधर-उधर दौड़ेंगे. लेकिन उन्हें
पीसीआर टेस्ट पर भरोसा करना चाहिए था. हम अब इस वायरस के बारे में बहुत कुछ जानते
हैं. हम इसे बेहतर तरीके से प्रबंधित और संभालना जानते हैं’.
टीम इंडिया खेल सकती थी: वॉन
वॉन ने कहा, ‘मुझे यह आश्चर्यजनक लगता है कि
भारत मैच खेलने के लिए 20 सदस्यीय
टीम के 11 खिलाड़ियों
को नहीं उतार कर सका. अगर ऐसे खिलाड़ी थे जो अलग होना चाहते थे और खेलना नहीं
चाहते थे, तो ठीक है.
यह व्यक्तिगत पसंद के बारे में है. लेकिन भारत को एकादश के खिलाड़ियों को मैदान पर
उतारने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए थी, भले ही इसका मतलब तीसरी स्ट्रिंग
टीम चुनना ही क्यों न हो. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बहुत सारे रिजर्व खिलाड़ियों
के साथ जीत हासिल की थी’.
ये ठीक नहीं हुआ: वॉन
वॉन ने कहा, ‘.उन्हें इस खेल में अपनी भूमिका
निभानी चाहिए थी, जैसे
इंग्लैंड को पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में अपने मुकाबलों को पूरा करना चाहिए था.
जब गुरुवार की रात भारतीय टीम के पीसीआर टेस्ट सभी नेगेटिव आए तो मेरे लिए यह हरी
झंडी थी कि मैच आगे बढ़ना चाहिए. क्रिकेट के खेल को इस टेस्ट मैच की जरूरत थी.
सीरीज शानदार ढंग से तैयार की गई थी. यह सही नहीं था कि टॉस से 90 मिनट पहले एक टेस्ट मैच रद्द किया
जा सकता है.अगर गुरुवार को रद्द करने की घोषणा की जाती, तो यह प्रशंसकों को मैनचेस्टर की
यात्रा करने से बचा लेता.