बीते एक साल में पेट्रोल 28 रुपये से ज्यादा महंगा हो चुका है. कच्चा तेल 4 महीने के निचले स्तर पर फिसलने के बावजूद पेट्रोल-डीजल की कीमतें उस अनुपात में कम नहीं हुई हैं. लेकिन विधानसभा चुनावों और मॉनसून सत्र के दौरान थमी जरूर रहीं.
35
दिनों की शांति के बाद
कल यानी रविवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 20 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई. हालांकि डीजल
की कीमतों में 18
अगस्त से लेकर 20 अगस्त लगातार कटौती हुई, और कल की कटौती के बाद डीजल 80 पैसे तक सस्ता हो चुका है. लेकिन आज
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
35 दिन बाद घटे दाम
यहां देखने वाली बात ये
है कि भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल के भाव पर
निर्भर करती हैं,
और ग्लोबल मार्केट में
ब्रेंट क्रूड 4
महीने के निचले स्तर पर
फिसल गया है. कच्चा तेल इस वक्त 66 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है. बावजूद इसके तेल कंपनियां
पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं घटा रही हैं. पेट्रोल की कीमतों में कटौती 17 जुलाई, 2021 को हुई थी,
इसके बाद पूरे 35 दिन बाद रविवार को दाम घटे हैं.
दिल्ली में आज पेट्रोल का रेट 101.64 रुपये प्रति लीटर है. जबकि डीजल 89.07 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है. इसी तरह मुंबई में पेट्रोल आज भी 107.66 रुपये प्रति लीटर है और डीजल का भाव 96.64 रुपये प्रति लीटर है. कोलकाता में पेट्रोल 101.93 रुपये पर बिक रहा है, जबकि डीजल 92.13 रुपये प्रति लीटर है. चेन्नई में पेट्रोल का
रेट 99.32
रुपये है और डीजल 93.66 रुपये प्रति लीटर पर है.
शहर
पेट्रोल
डीजल
नई दिल्ली
101.64 89.07
मुंबई
107.66
96.64
कोलकाता
101.93 92.13
चेन्नई
99.32
93.66
1 साल में पेट्रोल 28.08 रुपये महंगा
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 66 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है. इस साल पेट्र्रोल और डीजल की कीमतों
में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. सिर्फ इस साल की बात करें तो पेट्रोल की कीमतें अबतक 38 परसेंट बढ़ी हैं. मार्च और अप्रैल में जब 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव होने थे, उसी दौरान कीमतें थमी रहीं. बल्कि मार्च में 3 बार और अप्रैल में एक बार कटौती भी हुई.
पेट्रोल के दाम एक साल में 28.08 रुपये तक बढ़ चुके हैं. 23 अगस्त,
2020 को दिल्ली में पेट्रोल
का रेट 73.56
रुपये था.
जुलाई में पेट्रोल 3.30 रुपये महंगा हुआ
आपको बता दें कि जुलाई
में पेट्रोल के दाम 3.03
रुपये बढ़े थे, जबकि डीजल 69 पैसे महंगा हुआ था. आपको बता दें कि पेट्रोल
के दाम करीब 20
राज्यों और केंद्र
शासित प्रदेशों में 100
रुपये के पार जा चुका
है. जिसमें चार मेट्रो शहरों के अलावा तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्य प्रदेश,
तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा,
जम्मू कश्मीर शामिल है.
जून में पेट्रोल 4.32 रुपये महंगा
जून में पेट्रोल-डीजल
के दाम 16
बार बढ़े थे. जून में
पेट्रोल 4.32
रुपये तक महंगा हुआ था. 1 जून को दिल्ली में पेट्रोल का रेट 94.49 रुपये प्रति लीटर था, 30 जून को रेट 98.81 रुपये रहा. जबकि डीजल 3.80 रुपये महंगा हो चुका है. 1 जून को दिल्ली में डीजल का रेट 85.38 रुपये था, 30 जून को रेट 89.18
रुपये था.
मई में 4.09 रुपये महंगा हुआ पेट्रोल
इसके पहले मई के महीने
पेट्रोल-डीजल की कीमतें 16
बार बढ़ाईं गईं. 4 मई से लगातार 4 दिन तक पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े थे, जबकि चुनावों की वजह से इसके पहले 18 दिन तक पेट्रोल डीजल की कीमतों में शांति छाई
रही थी. मई के पूरे महीने में दिल्ली में पेट्रोल के रेट 4.09 रुपये महंगा हुआ है. जबकि डीजल इस महीने 4.68 रुपये महंगा हुआ है.
केंद्र और राज्य सरकारें वसूलती हैं भारी
टैक्स
पेट्रोल की कीमतों में 60 परसेंट हिस्सा सेंट्रल एक्साइज और राज्यों के
टैक्स का होता है,
जबकि डीजल में ये 54 परसेंट होता है. पेट्रोल पर सेंट्रल एक्साइज
ड्यूटी 32.90
रुपये प्रति लीटर है, जबकि डीजल पर 31.80 रुपये प्रति लीटर है. पेट्रोल डीजल की कीमतों
में आमतौर पर रोज बदलाव होता है, ये कीमतें बेंचमार्क अंतरराष्ट्रीय क्रूड कीमतों और फॉरेन एक्सचेंज रेट के
आधार पर तय होती हैं.