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  • रीटेल में मुकेश अंबानी को मिलेगी कड़ी टक्कर, जानिए क्या है रतन टाटा का प्लान
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ऑनलाइन ग्रॉसरी बिगबास्केट (BigBasket) और ऑनलाइन फार्मेसी 1mg में मैज्योरिटी स्टेक लेने के बाद टाटा ग्रुप की नजर फिटनेस स्टार्टअप क्योरफिट (Curefit) पर है। रीटेल सेक्टर में रिलायंस इंडस्ट्रीज और ऐमजॉन से टक्कर के लिए इसे अहम माना जा रहा है।

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2021-05-27 11:17:22

नई दिल्ली
देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को रीटेल सेक्टर में कड़ी टक्कर देने के लिए टाटा ग्रुप (Tata Group) अपने तरकश में एक और तीर जोड़ने जा रहा है। ऑनलाइन ग्रॉसरी बिगबास्केट (BigBasket) और ऑनलाइन फार्मेसी 1mg में मैज्योरिटी स्टेक लेने के बाद टाटा ग्रुप की नजर फिटनेस स्टार्टअप क्योरफिट (Curefit) पर है। सूत्रों के मुताबिक टाटा ग्रुप इसके अधिग्रहण की संभावनाएं तलाश रहा है।

सूत्रों के मुताबिक टाटा ग्रुप की Curefit के फाउंडर मुकेश बंसल से बात चल रही है। उन्हें टाटा के डिजिटल बिजनेस में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। बंसल ऑनलाइन फैशल रिटेलर मिंत्रा के को-फाउंडर भी हैं। पिछले 5 साल से वह Curefit को संभाल रहे हैं। उन्होंने फ्लिपकार्ट के सीनियर एग्जीक्यूटिव अंकित नागोरी के साथ यह वेंचर लॉन्च किया था। एक सूत्र ने बताया कि बंसल को टाटा के डिजिटल बिजनस में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। अभी इस बारे में फाइनल बातचीत नहीं हुई है और इसकी शर्तें बदल सकती हैं।

बंसल क्यों है अहम
Curefit ने हाल में खुद को Cult.Fit नाम से रिब्रांड किया है। यह स्टार्टअप अब तक 41.8 अरब डॉलर जुटा चुकी है और इसका पिछला वैल्यूएशन करीब 80 करोड़ डॉलर का था। इसके निवेशकों में Temasek, Accel और Kalaari Capital आदि शामिल हैं। एक अन्य सूत्र ने कहा कि देश के एक जानेमाने उद्यमी को अपने साथ मिलाना टाटा ग्रुप के लिए बड़ा कदम है। वह रिलायंस इंडस्ट्रीज, ऐमजॉन और वॉलमार्ट की कंपनी फ्लिपकार्ट के खिलाफ जंग में यह काफी अहम साबित हो सकते हैं।

मामले की जानकारी रखने वाले एक और सूत्र ने कहा कि मिंत्रा की सफलता में बंसल की अहम भूमिका थी। उनका यह अनुभव डिजिटल रणनीति बनाने में टाटा के काम आएगा। मिंत्रा को फ्लिपकार्ट ने 2014 में 33 करोड़ डॉलर में खरीद लिया था। इसके बाद बंसल फ्लिपकार्ट से जुड़ गए थे और उन्हें कंपनी के संस्थापकों खासकर सचिन बंसल के साथ काम किया था। टाटा ग्रुप डिजिटल कारोबार को एक्सपर्ट्स के हाथ में देना चाहता है।

सुपर ऐप लॉन्च करने की योजना
टाटा संस के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती है जबकि Curefit के बंसल ने अब तक ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया है। टाटा संस के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी टाटा डिजिटल को बिगबास्केट में 64 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए पिछले महीने प्रतिस्पर्द्धा आयोग ने मंजूरी दी थी। इससे तेजी से बढ़ रहे ऑनलाइन ग्रॉसरी सेगमेंट में दिग्गज कंपनियों की टक्कर का रास्ता साफ हो गया है। टाटा की अपने डिजिटल बिजनस को एक प्लेटफॉर्म के नीचे लाने के लिए सुपर ऐप लॉन्च करने की योजना है।

ग्रॉसरी ई-कॉमर्स पर बड़ा दाव खेलने के साथ-साथ टाटा ग्रुप हेल्थकेयर और फिटनेस में भी निवेश कर रहा है। माना जा रहा है कि वह 1mg में 55 फीसदी हिस्सेदारी खरीद सकता है। अब Curefit के अधिग्रहण को लेकर हो रही बातचीत इस बात का संकेत है कि टाटा की इन सेक्टरों के लिए कितनी बड़ी योजना है। ईटी ने इसी महीने खबर दी थी कि टाटा ग्रुप ने टाटा कैपिटल की अधिकृत शेयर कैपिटल 1,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 11,000 करोड़ रुपये कर दी है।

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