भारतीय शेयर बाजार लगातार दो दिनों की तेजी के बाद गुरुवार को कमजोरी के साथ बंद हुआ. सेंसेक्स पिछले सत्र से 95 अंक फिसलकर 39,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ और निफ्टी भी करीब आठ अंक फिसलकर 11,527 पर ठहरा.
शेयर बाजार में दबाव का दौर एक बार फिर शुरू हो
गया है. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 700 अंक से ज्यादा लुढक कर 38, 200 अंक के स्तर पर कारोबार
कर रहा था. वहीं, निफ्टी
की बात करें तो 180 अंकों
की गिरावट आई और यह 11,350 अंक
के स्तर पर रहा. शुरुआती
मिनटों में बीएसई इंडेक्स के सभी शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे.
बैंकिंग शेयर में बड़ी गिरावट
खासतौर पर बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा
गिरावट रही. एक्सिस बैंक, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक समेत अन्य सभी
शेयर में बड़ी गिरावट दर्ज की गई. ये गिरावट ऐसे समय में हुई है जब वित्त मंत्री
निर्मला सीतारमण ने बैंकों से कर्ज पुनर्गठन (लोन रिस्ट्रक्चरिंग) योजना तेजी से
लागू करने को कहा है.
बीते गुरुवार को बैंक प्रमुखों के साथ बैठक में
उन्होंने कोविड-19 से
जुड़े दबाव वाले कर्ज के समाधान को लेकर तत्काल नीति पेश करने, पात्र कर्जदारों की
पहचान करने और उन तक पहुंचने पर जोर दिया. सीतारमण ने इस बात पर भी जोर दिया कि
समाधान योजना 15 सितंबर
2020 तक लागू
हो जानी चाहिए और उसके बारे में व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए.
गुरुवार को भी थी गिरावट
भारतीय शेयर बाजार
लगातार दो दिनों की तेजी के बाद गुरुवार को कमजोरी के साथ बंद हुआ. सेंसेक्स पिछले
सत्र से 95 अंक
फिसलकर 39,000 के
मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ और निफ्टी भी करीब आठ अंक फिसलकर 11,527 पर ठहरा.
सेंसेक्स
के 30
शेयरों में
से 12
शेयरों में
तेजी रही,
जबकि 16 शेयर के साथ बंद हुए. सेंसेक्स के
सबसे ज्यादा तेजी वाले पांच शेयरों में टाइटन (5.71 फीसदी), टेक महिंद्रा (3.35 फीसदी), नेस्ले इंडिया (2.46 फीसदी), मारुति (2.17 फीसदी) और सन फार्मा (1.69 फीसदी) शामिल रहे.
जबकि
सेंसेक्स के सबसे ज्यादा गिरावट वाले पांच शेयरों में आईसीआईसीआई बैंक (2.42 फीसदी), भारती एयरटेल (2.23 फीसदी), एक्सिस बैंक (2.02 फीसदी), कोटक बैंक (1.81 फीसदी) और पावरग्रिड (1.57 फीसदी) शामिल रहे.