Gaya Spitting Case: मामले में वजीरगंज थाने में 12 अप्रैल को IPC की धाराओं, IT कानून और SC-ST Act की धाराओं में कुल 14 नामजद अभियुक्तों के खिलाफ FIR दर्ज की गयी थी. बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए गठित SIT की छापामारी जारी है.
पटना: बिहार के गया (Gaya) जिले में एक लड़के को कुछ लोगों की मौजूदगी
में थूक चटवाने के मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है. बिहार पुलिस
(Bihar
Police) मुख्यालय द्वारा जारी
बयान में कहा गया है कि 12
अप्रैल की दोपहर गया के
SSP के व्हाट्सएप पर एक वीडियो मिला जिसमें एक
लड़के को जबरन थूक चटवाया जा रहा था.
फौरन केस की जांच कराई
गई तो पता चला कि वायरल वीडियो कढ़ौना गांव का है. वीडियो में दिखे लोगों की पहचान
के बाद 6
लोगों को गांव से
गिरफ्तार कर लिया गया.
14 के खिलाफ FIR, 6 फरार
गिरफ्तार
आरोपियों ने घटना में अपनी भूमिका स्वीकार की है. इस मामले में वजीरगंज थाने में 12 अप्रैल को आईपीसी की धाराओं, आईटी कानून और एससी-एसटी
एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत 14 नामजद अभियुक्तों के विरूद्ध
FIR दर्ज की गयी थी. बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए गठित SIT की छापामारी जारी है. पूछताछ के दौरान एक आरोपी गौतम ने बताया कि
पूर्व मुखिया अबलू सिंह उर्फ अभय ने वीडियो बनाने का आदेश दिया था. जिस मोबाइल से
वीडियो बना पुलिस ने उसे जब्त कर लिया है.
'प्रेम प्रसंग से जुड़े तार'
जांच के दौरान पता चला
कि एक ही समुदाय के लड़के द्वारा लड़की को भगा कर ले जाने की वजह से इस घटनाक्रम
को अंजाम दिलवाया गया. दरअसल 2 अप्रैल को गांव का मनोज मांझी अपने ही गांव नाबालिग लड़की को लेकर दूसरी
जगह चला गया था. ये घटनाक्रम पुलिस से छिपाया गया. चार अप्रैल को दोनों के परिवार
वाले लड़का-लड़की को खोज कर अपने गांव वापस लाए. पूर्व मुखिया अबलू सिंह उर्फ अभय
के दरवाजे पर दोनों की पंचायत बुलाकर पेशी हुई. जहां एक शख्स को थूकने और फिर मनोज
मांझी से उसे चाटने को कहा गया.
'मामले को जातीय रंग देने की
कोशिश'
पुलिस के मुताबिक कुछ
असामाजिक तत्व इस घटना को जातीय रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. गलत अफवाह फैला कर
तनाव उत्पन्न करने की कोशिश की जा रही है. ऐसे लोगों की पहचान कर इनके खिलाफ
कानूनी कार्रवाई की जायेगी.