टिकटॉक (TikTok) के भारतीय एसेट को जापानी कंपनी सॉफ्टबैंक खरीदने की तैयारी कर रही है. वह भारतीय साझेदार भी तलाश रही है और उसकी रिलायंस जियो तथा भारती एयरेटल से बातचीत भी चल रही है. जुलाई में भारत सरकार ने TikTok सहित 58 चीनी ऐप पर बैन लगा दिया है.
भारत में फिर से टिकटॉक (TikTok) की वापसी हो सकती है. टिकटॉक (TikTok) के भारतीय एसेट को जापानी कंपनी
सॉफ्टबैंक खरीदने की तैयारी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक इसलिए वह भारतीय
साझेदार भी तलाश रही है और उसकी रिलायंस जियो तथा भारती एयरेटल से बातचीत भी चल
रही है.
जुलाई में लगा था बैन
गौरतलब है
कि जुलाई में भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और गोपनीयता का हवाला देकर TikTok सहित 58 चीनी ऐप पर बैन लगा दिया है.
आशंका जताई जा रही थी कि कंपनी यूजर्स के डेटा चीन की सरकार के साथ साझा कर रही
है. टिकटॉक पर अमेरिका में भी बैन है और वहां भी इसके कारोबार को खरीदने की कोशिश
कई टेक कंपनियां कर रही हैं.
इन कंपनियों में चल रही बातचीत
TikTok की चीनी
पैरेंट कंपनी बाइटडांस में जापानी समूह सॉफ्टबैंक की पहले से हिस्सेदारी है.
ब्लूमबर्ग के मुताबिक उसने TikTok का भारतीय कारोबार खरीदने के लिए कोशिश शुरू की है और रिलायंस जियो
इन्फोकॉम तथा भारती एयरटेल को भी साझेदार बनाने के लिए बातचीत कर रही है. हालांकि
जियो और एयरटेल ने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है. सॉफ्टबैंक दूसरे
विकल्प भी तलाश रहा है.
जापानी
कंपनी सॉफ्टबैंक ने भारत में ओला कैब्स, स्नैपडील, ओयो रूम्स जैसे कई स्टार्टअप में निवेश कर रखा
है. इसके पहले अगस्त में ऐसी चर्चा भी शुरू हुई थी कि टिकटॉक के भारतीय कारोबार को रिलायंस खरीद सकती है.
भारत में काफी लोकप्रिय
बैन के
वक्त टिकटॉक के 30
फीसदी यूजर
भारतीय थे और इसकी करीब 10
फीसदी कमाई
भारत से होती थी. अप्रैल 2020
तक गूगल
प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से टिकटॉक के 2 अरब डाउनलोड किए गए थे. इनमें से करीब 30.3 फीसदी या 61.1 करोड़ डाउनलोड भारत से थे.
मोबाइल
इंटेलीजेंस फर्म सेंसर टावर के अनुसार टिकटॉक का डाउनलोड भारत में चीन से भी
ज्यादा था. चीन में टिकटॉक का डाउनलोड सिर्फ 19.66 करोड़ है जो कि उसके कुल डाउनलोड
का महज 9.7
फीसदी
हिस्सा है.