सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर बाढ़ प्रभावित गांव के लिए अलग नोडल अधिकारी नियुक्त करें. राहत कार्य तत्काल उपलब्ध कराएं. बाढ़ क्षेत्रों में नावों पर्याप्त संख्या हो और लोगों के लिए राशन की व्यवस्था कराई जाए.
उत्तर प्रदेश
में बाढ़ का कहर जारी है. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने खुद बाढ़ प्रभावित इलाकों का
दौरा किया और पीड़ितों का हाल जाना. उन्होंने अधिकारियों को प्रभावित इलाकों में
काम करने के निर्देश भी दिए हैं. यूपी में बाढ़ से हालात बेकाबू होते जा रहें हैं.
बाढ़ संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने प्रभावि इलाकों का हवाई और जमीनी
सर्वे गुरुवार को किया.
वाराणसी
में बाढ़ की वजह से त्रासदी जैसी स्थिति बन पड़ी है. सीएम योगी अपने एक दिवसीय
दौरे पर वाराणसी पहुंचे. सीएम ने गंगा और वरुणा नदी में आई भीषण का जायजा लिया.
प्रभावित इलाकों का दौरा करने किए सीएम एनडीआरएफ की बोट पर सवार हुए और स्थिति भी
जानी. वहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से फीडबैक भी लिया. बाढ़ के दौरान संक्रमण न
फैलने पाए,
इसे लेकर
उन्होंने मशीनों का वितरण भी कराया और अधिकारियों को बाढ़ के संबंध में जरूरी
दिशा-निर्देश दिए.
सीएम योगी
ने बाढ़ के अलावा विकास पर भी समीक्षा बैठक
की. काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करके विश्वनाथ कॉरिडोर का भी निरीक्षण
किया. टोक्यो ओलंपिक 2020
में कांस्य
पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के मुख्य सदस्य और काशीवासी ललित उपाध्याय से भी
मुलाकात भी की. सीएम योगी ने राजघाट से एनडीआरएफ के मोटर बोट से पुराने पुल तक दौरा किया. उन्होंने गंगा और वरुणा के बढ़े जल स्तर पर
चिंता जाहिर की. सीएम ने राहत शिविरों का दौर भी किया. सीएम ने आश्वासन दिया कि
आपदा की घड़ी में सरकार जनता के साथ खड़ी है.
बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित
जिला है मिर्जापुर
सीएम योगी
ने गुरुवार को सर्किट हाउस के सभागार में जनपद में बाढ़ की स्थिति और राहत और बचाव
कार्यों की समीक्षा भी की. बाढ़ से सर्वाधिक मिर्जापुर जिला प्रभावित हुआ है.
वाराणसी में बड़ी आबादी इसकी चपेट में आई है. मिर्जापुर में 141 गांव प्रभावित हैं, जिसमें आबादी ज्यादा प्रभावित हुई
है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में कमांड कंट्रोल रूम का अच्छा उपयोग हुआ
था, इसे बाढ़ राहत, सूचना के आदान-प्रदान में उपयोग
कर सकते हैं.
गांवों के लिए नोडल अधिकारियों की
हो नियुक्ति
सीएम योगी
ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर बाढ़ प्रभावित गांव के लिए अलग नोडल
अधिकारी नियुक्त करें. राहत कार्य तत्काल उपलब्ध कराएं. बाढ़ क्षेत्रों में नावों
की समुचित संख्या में व्यवस्था की जाए. पानी की भी व्यवस्था की जाए. सीएम योगी ने
अधिकारियों को निर्देश दिया कि राहत शिविरों में महिलाओं और बालिकाओं के प्रति
सतर्कता रखें. महिला आरक्षी लगाएं. बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों से सहानुभूतिपूर्वक
और संवेदनशीलता से प्रशासन पेश आए. पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाए और चोरी की घटनाओं को
रोके.
बाढ़ से मिर्जापुर के 404 गांव प्रभावित
मिर्जापुर
में 404
गांव
प्रभावित हुए हैं,
जिसमें 141 में आबादी प्रभावित है. मुख्यमंत्री
ने जिलाधिकारी मिर्जापुर को कहा कि बाढ़ सर्वेक्षण के दौरान चुनार क्षेत्र में नाव
नहीं दिखी,
वहां
तत्काल व्यवस्था करें. उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में बारिश होती है तो उसका
प्रभाव गंगा में आता है,
जो वाराणसी
में दिखता है. इसलिए सावधानी व सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है.
वाराणसी में 22 राहत केंद्र
वाराणसी
में पुलिस 42
नावों का
संचालन करा रही है. बाढ़ से कुल 161 गांव व वार्ड प्रभावित हुए हैं, जिसमें 39490 आबादी प्रभावित हुई है. 22 बाढ़ राहत केंद्र संचालित हैं
जिनमें 3237
लोग रुके
हैं. 111
नावें
लोगों की सहायता के लिए लगाई गई हैं. इसके अलावा एनडीआरएफ, पीएससी, जल पुलिस की मोटर बोट लगी है.
लोगों के इलाज के भी इंतजाम कराए जा रहे हैं.
जल निगम के काम
में देरी पर भड़के सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जल निगम के कार्यों में हो रही
देरी पर पर गहरी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने चीफ इंजीनियर जल निगम को 15 अक्टूबर के पहले शाही नाले के कार्य को पूर्ण करने
के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कोरोना नियंत्रण
कार्यों की पूछताछ की.जनपद में औसतन 5000 टेस्ट हो रहे
हैं, जिसमें बेहद कम केस सामने आ रहे हैं.