कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच गुजरात में आई एक स्टडी रिपोर्ट ने वैज्ञानिकों और डॉक्टरों की चिंता जताई है। एक स्टडी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि गुजरात में कोरोना वायरस का दोहरा रूप दिख रहा है।
अहमदाबाद
कोरोना वायरस के
संक्रमण के बुरी तरह प्रभावित हुए गुजरात में एक स्टडी ने चिकित्सा जगत से जुड़े
लोगों को चिंता में डाल दिया है। प्रदेश में कोरोना के कारण जान गंवाने वाले 95 फीसदी लोगों में दो तरह के कोविड वायरस मिलने
की बात सामने आई है। इस स्टडी में 91 ऐसे म्यूटेशन
सामने आए हैं, जो कि दुनिया के किसी अन्य देश में नहीं मिले
हैं। ऐसे में कोरोना वायरस का दोहरा रूप अब वैज्ञानिकों से लेकर चिकित्सा जगत के
लोगों के लिए गहन शोध का विषय बन गया है।
जिस शोध के आधार
पर ये बात कही गई है, उसमें ये भी कहा गया है कि गुजरात में कोरोना
के कारण हुई 95 फीसदी मौतों में मरीज के शरीर में वायरस के
दो प्रकार मिले हैं। दरअसल, गुजरात में शुरुआती दिनों से ही कोरोना
मरीजों की हाई मॉर्टैलिटी रेट ने एक्सपर्ट्स को परेशान कर रखा था। कई लोगों ने यह
आशंका भी जताई थी कि गुजरात में कोविड वायरस का स्ट्रेन दुनिया से अलग हो सकता है।
कोरोना के संक्रमण से प्रभावित हुए गुजरात में अब तक 2200 लोगों की जान जा चुकी है।
अहमदाबाद में
सबसे अधिक लोगों की मौत
इनमे सबसे अधिक
मौतें अहमदाबाद में हुई है। इसके अलावा प्रदेश का सूरत, वडोदरा, गांधीनगर, पाटन, आरावली और
राजकोट भी वायरस के संक्रमण से बुरी तरह से प्रभावित है। कोरोना के संक्रमण काल से
जूझ रहे गुजरात में वायरस संक्रमण के 50 हजार 465 केस सामने आ चुके हैं। इनमें 49 फीसदी मरीज अहमदाबाद के हैं। इसके बाद सूरत
और वडोदरा जिले जिन्हें की गुजरात का इंडस्ट्रियल हब भी कहा जाता है, वह भी संक्रमण से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।
मंगलवार को एक
दिन में सबसे अधिक केस
गुजरात में मंगलवार
को कोविड-19 के एक दिन में अब तक के सर्वाधिक 1026 मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 50,000 को पार कर गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया
कि संक्रमितों की संख्या 50,465 हो गयी । मंगलवार शाम की रिपोर्ट के अनुसार
पिछले 24 घंटे में 34 लोगों की मौत
होने से मृतकों की संख्या 2201 हो गई है। वहीं प्रदेश में अब तक 36,403 मरीज ठीक हो चुके हैं। बीते 24 घंटे में राज्य में सबसे ज्यादा सूरत में 298 मामले सामने आए। अहमदबाद में 199 मामले सामने आए। पिछले 24 घंटे में 34 मरीजों की मौत
हुई। सबसे ज्यादा सूरत में 21 मरीजों की मौत
हुई।