विद्या बालन (Vidya Balan) अपनी अपकमिंग फिल्म ‘शेरनी’ (Sherni) में एक डायलॉग बोलती हैं ‘जंगल कितना भी घना क्यों न हो शेरनी अपना रास्ता ढूंढ लेती है’. ये डायलॉग विद्या की पर्सनल-प्रोफेशनल लाइफ में भी बिल्कुल सटीक बैठती है क्योंकि अपने काम को लेकर एक जुनून उनके अंदर दिखता है.
मुंबई : बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन (Vidya Balan) इन दिनों अपनी फिल्म ‘शेरनी’ (Sherni) को लेकर चर्चा में हैं. ये फिल्म 18 जून को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज होने
वाली है. विद्या ने अपने फिल्मी करियर में अलग-अलग तरह की भूमिकाएं निभा कर
बॉलीवुड की स्टीरियोटाइप सोच को चुनौती दी है. अपनी फिल्म के कैरेक्टर में पूरी
तरह से घुस जाने वाली एक्ट्रेस ने हमेशा दमदार अभिनय दिखाया है. विद्या अपनी हर
फिल्म में जान डाल देने वाली एक्ट्रेस में से एक मानी जाती हैं.
विद्या बालन ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मैंने
स्टीरियोटाइप तोड़ने की कोशिश नहीं की. लेकिन अपनी लाइफ के एक्सपिरिएंस से खासकर
एक एक्टर के तौर पर मैंने महसूस किया मैं अपने रास्ते में कोई रुकावट आने नहीं
दूंगी. 42
वर्षीय एक्ट्रेस ने कहा, ‘अगर कोई मुझे कहता है कि एक्टर के तौर पर मैं
बहुत छोटी हूं,
मोटी हूं, बेहद बोल्ड हूं या बेशर्म हूं या फिर बहुत
समझदार हूं या जो कुछ भी हूं. मैं जैसी भी हूं खुद को बदल नहीं सकती लेकिन मैं
अपना रास्ता चुन सकती हूं.’
विद्या कहती हैं, ‘काम को लेकर मेरे अंदर जो जुनून है मैं उस पर
ध्यान देती हूं क्योंकि मैं खुद के अंदर कोई बदलाव नहीं ला सकती. मैं कोई बनी बनाई
लीक तोड़ने की कोशिश नहीं कर रही. मैं अपने हिसाब से रोल चुनती हूं. एक एक्टर के
रूप में मैं अपनी तरह से आगे बढ़ रही हूं.'
विद्या बालन ने 16 साल की उम्र में टीवी सीरियल ‘हम पांच’ से एक्टिंग करना शुरू कर दिया था. विद्या ने 2005 में फिल्म 'परिणीता' से बॉलीवुड डेब्यू किया था. इसके अलावा 'भूल भुलैया', 'नो वन किल्ड जेसिका', 'द डर्टी पिक्चर', 'पा', 'कहानी', 'मिशन मंगल' ,'तुम्हारी सुलू', 'शंकुंतला देवी' जैसी अलग-अलग जॉनर की फिल्में कर हमेशा दर्शकों
को चौंकाया है. अब 'शेरनी'
में एक फॉरेस्ट ऑफिसर
का रोल प्ले करती नजर आएंगी.