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  • Modi Cabinet Expansion: नारायण राणे, कपिल पाटील, भारती पवार...मंत्री बनाकर महाराष्ट्र के रण में बीजेपी ने खेला बड़ा 'गेम'! जानिए कैसे
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Maharashtra Ministers in Modi Cabinet मोदी सरकार के विस्तार के बाद महाराष्ट्र को नए मंत्री मिले हैं। नारायण राणे (Narayan Rane), कपिल पाटील (Kapil Patil), भागवत कराड (Bhagwat Karad) और भारती पवार (Bharti Pawar) को मंत्री बनाना बीजेपी की चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2021-07-08 11:18:53

मुंबई
केंद्रीय मंत्रिमंडल में महाराष्ट्र से जिन चार नेताओं को शामिल किया गया है, उनका आने वाले समय में महाराष्ट्र की राजनीति में बीजेपी बड़ा रणनीतिक इस्तेमाल करने वाली है। जिन चार लोगों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है, उनमें से तीन दूसरी पार्टियों से बीजेपी में आए हैं। बहरहाल केंद्रीय मंत्रिमंडल में महाराष्ट्र की सोशल रिस्ट्रक्चरिंग को देखकर जानकार इसे महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव का संकेत मान रहे हैं। राज्य में चल रहे मराठा और ओबीसी आरक्षण आंदोलन के संघर्ष को देखते हुए यह एक बड़ा संकेत है। नए चेहरों में नारायण राणे मराठा, डॉ. भागवत कराड और कपिल पाटील ओबीसी और डॉ. भारती पवार अनुसूचित जाति वर्ग से हैं।

नारायण राणे
नारायण राणे का इस्तेमाल आगामी बीएमसी चुनाव में शिवसेना के खिलाफ किए जाने की रणनीति नजर आ रही है। नारायण राणे महाराष्ट्र की राजनीति में कोंकण के मजबूत क्षत्रप माने जाते हैं। मुंबई में बड़ी संख्या में रहने वाले नौकरीपेशा मध्यवर्गीय कोंकणवासी शिवसेना के परंपरागत मतदाता रहे हैं। राणे को मंत्री बनाकर बीजेपी शिवसेना के इस वोट बैंक में सेंध लगाने का प्रयास करेगी। शिवसेना से वाया कांग्रेस, बीजेपी में आए नारायण राणे को बीजेपी पिछले 4 साल से शिवसेना के खिलाफ आक्रामक बयान दिलवा-दिलवा कर इस्तेमाल करती आ रही है। अपने राजनीतिक करियर के शुरुआती 32 साल वह शिवसेना में रहे हैं। ठाकरे परिवार के बेहद करीबी रहे हैं। शिवसेना और ठाकरे परिवार की अंदरूनी हकीकतों को जानते हैं। शिवसेना की रणनीति को पहचानते हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि नारायण राणे महाराष्ट्र में शिवसेना के खिलाफ अमित शाह का सबसे मजबूत हथियार बनने वाले हैं। हालांकि बीजेपी के जानकार लोगों का यह भी कहना है कि मराठा नेता नारायण राणे का ताकतवर बनना महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के लिए खतरे की घंटी हो सकता है।

डॉ. भागवत कराड
बंजारा समाज से ताल्लुक रखने वाले डॉ. भागवत कराड को बीजेपी ने पिछले साल अचानक राज्यसभा की सदस्यता दी और अब उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाए जाने से बीजेपी की महाराष्ट्र की राजनीति में नया ओबीसी नेता खड़ा करने की रणनीति दिखाई पड़ती है। मूलतः औरंगाबाद मराठवाड़ा के रहने वाले डॉ. भागवत कराड अपना राजनीतिक जीवन नगरसेवक पद से शुरू कर केंद्रीय मंत्री पद पर पहुंचे हैं। डॉ. कराड दिवंगत गोपीनाथ मुंडे के करीबी रहे हैं। गोपीनाथ मुंडे की सांसद बेटी प्रीतम मुंडे अथवा पंकजा मुंडे को दरकिनार कर बीजेपी नेतृत्व ने उन्हें मंत्रिमंडल में स्थान दिया है। बीजेपी की राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में हमेशा सक्रिय रहने वाले मुंडे परिवार के लिए यह एक बड़ा झटका है। इसका राज्य की ओबीसी राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह आने वाले समय में देखने को मिलेगा।

कपिल पाटील
भिवंडी के सांसद कपिल पाटील को भी केंद्र में मंत्री बनाया गया है। कपिल पाटील 2014 में एनसीपी से बीजेपी में आए हैं। मुंबई के बाद शिवसेना अगर कहीं सबसे ज्यादा मजबूत है, तो वह जिला है ठाणे। ठाणे जिले में शिवसेना को टक्कर देने के लिए कपिल पाटील को केंद्रीय मंत्री बनाकर ताकत देने का काम किया गया है। केंद्रीय मंत्री पद हासिल करने वाले वह ठाणे जिले के पहले सांसद हैं। वह आगरी समाज से हैं, जो ओबीसी वर्ग में आता है। ठाणे, कल्याण-डोंबिवली और नवी मुंबई महानगर पालिका क्षेत्र में बड़ी संख्या में आगरी समाज रहता है। आने वाले दिनों में इन तीनों महानगर पालिकाओं के चुनाव होने हैं। बीजेपी की रणनीति इन तीनों महानगर पालिका क्षेत्रों में शिवसेना बनाम आगरी संघर्ष पैदा कर शिवसेना को पटखनी देने की हो सकती है।

डॉ. भारती पवार
भारती पवार पहले एनसीपी में थीं। वे एनसीपी की प्रदेश उपाध्यक्ष रही हैं। 2019 में बीजेपी में शामिल हुईं और दो साल के भीतर ही बीजेपी ने उन्हें केंद्रीय मंत्री बना दिया है। नासिक जिले में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित दिंडोरी लोकसभा क्षेत्र से वह दो बार सांसद रही हैं। 2014 में एनसीपी से सांसद थीं और 2019 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीती हैं। वह एनसीपी के पूर्व मंत्री और शरद पवार के करीबी एटी पवार की बहू हैं।