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  • कांग्रेस छोड़ Sushmita Dev टीएमसी में शामिल, सिब्बल बोले- सब कुछ जानकर भी पार्टी अनजान
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महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष रहीं सुष्मिता देव (Sushmita Dev) ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद नया राजनीतिक सफर शुरू कर दिया है. सुष्मिता देव ने TMC जॉइन कर ली है.

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2021-08-17 11:04:14

कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में कांग्रेस को झटका लगा है. सुष्मिता देव (Sushmita Dev) ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद TMC जॉइन कर ली है. सुष्मिता देव, अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) और डेरेक ओ ब्रायन (Derek O'Brien) की मौजूदगी में टीएमसी में शामिल हुईं. सुष्मिता देव राहुल-प्रियंका की करीबी रही हैं.

 

 

सोनिया गांधी को भेजा था पत्र

बता दें, कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद सुष्मिता देव (Sushmita Dev) ने 15 अगस्त को पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को अपना इस्तीफा भेजा था. वे कांग्रेस में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहीं थीं. सुष्मिता ने अपने इस्तीफे में पार्टी छोड़ने के कारण का कोई उल्लेख नहीं किया, हालांकि उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही खुद को मिले मार्गदर्शन और सहयोग के लिए सोनिया गांधी और पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया.

कांग्रेस से रहा पुराना नाता

सोनिया गांधी को भेजे पत्र में उन्होंने लिखा, ‘मैं आशा करती हूं जब मैं जनसेवा के अपने जीवन में नया अध्याय शुरू करने जा रही हूं तो आपकी शुभकामनाएं मेरे साथ होंगी.वे असम के सिलचर से लोक सभा सदस्य रही हैं. चर्चा है कि सुष्मिता देव तृणमूल कांग्रेस का त्रिपुरा में चेहरा हो सकती हैं. सुष्मिता देव के पिता संतोष मोहन देव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे और केंद्र में मंत्री भी रहे. सुष्मिता के इस्तीफे पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उम्मीद जताई कि पूर्व सांसद जो भी कदम उठाएंगी वह सोच-समझ कर उठाएंगी.

सिब्बल ने कांग्रेस की कार्यशैली पर खड़े किए सवाल

उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने सुष्मिता देव के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े करते हुए सोमवार को कहा कि पार्टी सब कुछ जानकर भी अनजान बनती है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘सुष्मिता देव ने हमारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. युवा नेता छोड़ते हैं जबकि हम बुजर्ग’ (पुराने नेता) पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रयास करते हैं तो उसके लिए भी कसूरवार ठहराया जाता है.सिब्बल ने दावा किया कि पार्टी सब कुछ जान कर भी अनजान है.