• Home
  • News
  • The Tashkent Files ने जीता नेशनल अवार्ड, फिल्म निर्माता Sharad Patel का सामने आया रिएक्शन
post

‘द ताशकंद फाइल्स’ (The Tashkent Files) को नेशनल अवॉर्ड मिला है. इस पर फिल्म के निर्माता शरद पटेल (Sharad Patel) ने खुशी जाहिर की है.

Written By newsonline | Ahmedabad | Published: 2021-03-25 10:40:02

नई दिल्ली: 2019 में रिलीज हुई द ताशकंद फाइल्स’ (The Tashkent Files) खूब चर्चा में रही थी. फिल्म को दर्शकों का खूब प्यार मिला था. अब इस फिल्म के निर्माता शरद पटेल (Sharad Patel) ने खुशी जाहिर की है कि उनकी फिल्म को 67वां राष्ट्रीय फिल्म‌ पुरस्कार मिला है. आपको बता दें, इस फिल्म को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में दो अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार मिले हैं. इस पर फिल्म के निर्माता का कहना है अब वे और उनकी टीम उन्नति कर रहे हैं. 

फिल्म निर्माता शरद पटेल (Sharad Patel) 'द ताशकन्द फाइल्स' (The Tashkent Files)  को नेशनल अवार्ड्स मिलने की सफलता के बाद अब उन्नति की राह पर हैं. समीक्षकों और व्यावसायिक रूप से प्रशंसित फिल्म को प्रतिष्ठित 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में दो अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार मिले हैं. फिल्म का निर्माण प्रोडक्शन हाउस एसपी सीनेकॉर्प ने किया है, जिसका नेतृत्व प्रोड्यूसर्स डुओ शरद पटेल और श्रेयांशी पटेल ने किया है. निर्माताओं के पैनल में प्रणय चोकशी, हरेश पटेल और रितेश कुडेचा शामिल हैं.

शरद पटेल ने जाहिर की खुशी

शरद पटेल (Sharad Patel), जो हमेशा अपने अंतर्ज्ञान और अंतरात्मा की भावना के आधार पर फिल्मों को बनाते हैं वह उनके लिए एक विनिंग फॉर्मूला हैं. शरद पटेल ने बताया, 'यह एक उत्साहपूर्ण भावना है. हम इस समय इस सम्मान और मान्यता के साथ बहुत खुश और विनम्र महसूस कर रहे हैं. यह पुरस्कार एसपी सिनेकोर्प में हमारे मंत्र के लिए एक वसीयतनामा और मान्यता भी है, जो हमेशा मात्रा से अधिक गुणवत्ता का चयन करता है और उचित जोखिम लेता है.

इन श्रेणियों में मिले पुरस्कार

द ताशकंद फाइल्स (The Tashkent Files) को दो श्रेणियों में पुरस्कार मिला है विवेक अग्निहोत्री को बेस्ट स्क्रीनप्ले और डायलॉग मैं और पल्लवी जोशी को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता (महिला) के लिए पुरस्कार मिला है. 'द ताशकंद फाइल्स' (The Tashkent Files) विवेक रंजन अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित एक राजनीतिक थ्रिलर है, जो भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमय मृत्यु की परिस्थितियों के इर्द-गिर्द घूमती है.